दरअसल, सत्ता पक्ष मणिपुर मामले में विपक्ष से केन्द्र की मोदी सरकार का जवाब मांग रहा था। इस दौरान सैनिक कल्याण मंत्री राजेन्द्र गुढ़ा उठे और ये कबूल कर लिया कि हम महिलाओं की सुरक्षा में असफल है। मणिपुर की बजाय हमें अपने गिरेबां में झांकना जरूरी है। इसके बाद नेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड़ ने सरकार की जमकर खिंचाई की और महिला सुरक्षा पर बहस की मांग कर डाली।
राजेन्द्र राठौड़ ने ट्वीटर पर राजेन्द्र गुढ़ा का वीडियो शेयर कर लिखा ‘राजस्थान में बहन-बेटियों के ऊपर हो रहे अत्याचारों व दुष्कर्म की असलियत स्वयं सरकार के मंत्री राजेन्द्र गुढ़ा बता रहे हैं। संविधान के आर्टिकल 164(2) के अनुसार मंत्रिमंडल सामूहिक उत्तरदायित्व के आधार पर काम करता है और एक मंत्री का बयान पूरे मंत्रिमंडल यानी सरकार का माना जाता है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत हमारी नहीं तो कम से कम अपने मंत्री के बयान पर तो संज्ञान लो। गृहमंत्री के रूप में लचर कानून व्यवस्था की जिम्मेदारी तो संभाल लो।’