सुबह होते ही सीएमओ से लेकर स्वायत्त शासन विभाग, निगम आयुक्त तक के फोन घनघना गए। विधायक सराफ व सुमन शर्मा ने दोपहर 2 बजे तक जिम उपकरण नहीं लगाने पर रोड जाम करने का अल्टीमेटम दे दिया। हालांकि, इस मियाद से पहले ही निगम ने जिम के उपकरण धरना स्थल पर पहुंचा दिए। इसके बाद सराफ, सुमन शर्मा कांग्रेसी नेता अर्चना शर्मा पर जमकर बरसीं। महापौर विष्णु लाटा ( Vishnu Lata ) भी निशाने पर रहे। बाद में दोनों ने लोगों के साथ ओपन जिम में एक्सरसाइज की और धरना खत्म किया। हालांकि, कांग्रेस उपाध्यक्ष अर्चना शर्मा ( Archana Sharma ) ने इस प्रकरण से खुद को दूर रखा और इसे भाजपा नेताओं की संकीर्ण सोच बताया।
अर्चना शर्मा ने कहा कि ओपन जिम महापौर की जनसुनवाई में स्वीकृत कराई थी। निगम ने जिम लगाई और विधायक व अन्य भाजपा नेता उद्धाटन करने कैसे पहुंच गए। यह काम तो महापौर को करना था। भाजपाइयों की संकीर्ण सोच का खामियाजा लोगों को भुगतना पड़ रहा है। वहीं महापौर विष्णु लाटा ने कहा कि जिम जनता के लिए है, इसलिए इसमें राजनीति का कोई स्थान नहीं है। जिम के उपकरण क्यों हटाए गए और फिर कैसे पहुंचे, इसकी जांच की जा रही है।