जयपुर

फर्जीवाड़ा…बोर्ड के मिलते-जुलते नाम से बनाते मार्कशीट और वेबसाइट से दिलाते असली होने का विश्वास

डाक विभाग की ग्रामीण डाक सेवक भर्ती में छानबीन करने पर यह सामने आया है कि फर्जी अंकतालिका बनवाने वाले अधिकतर अभ्यर्थी ग्रामीण तबके से है। विभाग की ओर से विज्ञप्ति जारी करने से लेकर फॉर्म भरने के लिए करीब दो माह का समय दिया गया था।

जयपुरNov 22, 2022 / 08:06 am

Arvind Palawat

बोर्ड के मिलते-जुलते नाम से बनाते मार्कशीट और वेबसाइट से दिलाते असली होने का विश्वास

जयपुर। डाक विभाग की ग्रामीण डाक सेवक भर्ती में छानबीन करने पर यह सामने आया है कि फर्जी अंकतालिका बनवाने वाले अधिकतर अभ्यर्थी ग्रामीण तबके से है। विभाग की ओर से विज्ञप्ति जारी करने से लेकर फॉर्म भरने के लिए करीब दो माह का समय दिया गया था। माना जा रहा है कि इस दौरान एजेंट हावी हो गए और उन्होंने ग्रामीण इलाकों में लोगों को निशाना बनाया। इसके लिए मोटी रकम ली गई। साथ ही विश्वास दिलाने के लिए बोर्ड से मिलते-जुलते नाम की वेबसाइट बनाकर उन्हें मार्कशीट असली होने का दावा किया गया। कई मार्कशीट पर स्कैन के लिए कोड भी अंकित मिला है। जिसे स्कैन पर बोर्ड की वेबसाइट खुलती है। जबकि असलियत में वह बोर्ड की फर्जी वेबसाइट है।
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तीन और फर्जी अंकतालिकाएं आई सामने

इधर, जयपुर देहात मंडल में तीन और अभ्यर्थियों की मार्कशीट फर्जी पाई गई है। इन अभ्यर्थियों ने नोएडा स्थित राष्ट्रीय मुक्त विद्यालय शिक्षण संस्थान की अंकतालिका लगाई थी। जब तीनों की मार्कशीट देखी तो दो में छह—छह विषय थे, जबकि एक मार्कशीट में सात विषय थे। जिससे अधिकारियों को शक हुआ और उन्होंने संबंधित बोर्ड को पत्र लिखकर जानकारी जुटाई तो सामने आया कि तीनों मार्कशीट फर्जी है। इस संबंध में बोर्ड ने डाक विभाग को लिखे पत्र में स्पष्ट रूप से कहा कि ऐसे लोगों पर कानूनी कार्रवाई की जाए। इसके बाद अब तीन और अभ्यर्थियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाई जा रही है।
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https://youtu.be/nuGxeZ21MUU
शॉर्टकट ना अपनाएं स्टूडेंट्स

अधीक्षक डाकघर जयपुर देहात मंडल मोहन सिंह मीणा ने सभी से अपील की है कि नौकरी पाने के लिए शॉर्टकट ना अपनाएं। भर्तियों के दौरान फर्जी मार्कशीट बनाने वाले एजेंट सक्रिय हो जाते हैं, उनसे सभी लोग बचे। उन्होंने कहा कि फर्जीवाड़े से बनी मार्कशीट के आधार पर किसी भी विभाग में नौकरी नहीं मिलती है। ऐसे अभ्यर्थियों को जेल जाना पड़ेगा।

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