मकर संक्रांति का पुण्यकाल 15 जनवरी को सूर्योदय के साथ शुरू हो जाएगा। इसदिन पुण्यकाल सूर्योदय के साथ सुबह 7 बजकर 21 मिनट पर शुरू हो जाएगा, जो सूर्यास्त तक शाम 5 बजकर 50 मिनट तक रहेगा। इस बीच दिनभर संक्रान्ति के निमित्त व्रत-दान आदि किए जाएंगे। दान—पुण्य के लिए 10 घंटे 29 मिनट का समय मिलेगा। इस बीच सोमवार होने के साथ सतभिषा व पूर्वाभाद्र नक्षत्र का संयोग भी रहेगा।
ये बन रहे योग संयोग
ज्योतिषाचार्य डॉ. रवि शर्मा ने बताया कि 15 जनवरी को सुबह 8.07 बजे तक रवि योग रहेगा, इसके बाद सुबह 8 बजकर 7 मिनट पर कुमार योग शुरू हो जाएगा। इसदिन सोमवार होने के साथ सतभिषा व पूर्वाभाद्र नक्षत्र का संयोग भी रहेगा।
धोबी के घर में प्रवेश कर रही मकर संक्रांति
ज्योतिषाचार्य डॉ. रवि शर्मा ने बताया कि इस बार मकर संक्रांति अश्व पर सवार होकर आ रही है, जो धोबी के घर में प्रवेश कर रही हैं। वहीं उपवाहन सिंह रहेगा। ब्राह्मण जाति की यह संक्रांति शरीर पर मार्जारमद (बिलाव का पसीना) का लेप लगाकर काले रंग के वस्त्र और दूर्वा की माला धारण कर हाथ में भाला (बरछी) लेकर पत्र के बर्तन में खिचड़ी का भोजन करती हुई प्रवेश कर रही है। संक्रांति बैठी हुई स्थिति में तथा वृद्धावस्था में रात्रि में तृतीय याम यानी तीसरे प्रहर में प्रवेश कर रही है। ऐसे में यह संक्रांति व्यापारियों के लिए सुख—समृद्धि दायक होगी। अनाज आदि के भावों में तेजी रहेगी।
देशी-विदेशी पर्यटकों के बीच उपमुख्यमंत्री दीया कुमारी उड़ाएंगी पतंग, 127 कलाकार बिखरेंगे लोकरंग
आज भी दान—पुण्य
मकर संक्रांति पर दान—पुण्य का विशेष महत्व रहता है। इस बार मकर संक्रांति का पर्व दो दिन होने से शहर में आज भी लोग सुबह से ही दान—पुण्य कर रहे हैं। शहर के मंदिरों के बाहर लोग गायों को हरा चारा खिला रहे हैं। गोशालाओं ने लोग गायों को हरा चारा व गुड खिलाने के लिए पहुंचे। वहीं गलता स्नान के लिए भी आज भी लोग गलता तीर्थ में पहुंचे। महिलाएं 14-14 वस्तुएं दान स्वरूप कळप रही है। सास-ससुर सहित बड़ों को कपड़े पहनाएं जा रहे है। हालांकि मकर संक्रांति का पुण्यकाल सोमवार को है। ऐसे में दान—पुण्य का दौर कल भी चलेगा।