मकर संक्रांति पर इस बार मौसम साफ होने और तीन दिन की छुट्टी होने से लोगों ने जमकर पतंगें खरीदी। शनिवार से सोमवार तक पतंगोत्सव होने से इस बार परकोटे हांडीपुरा, चांदपोल बाजार व किशनपोल बाजार में पतंगों की दुकानों पर देररात तक ग्राहकों की भीड़ नजर आई। बाजार में 5 रुपए से लेकर 100 रुपए तक की पतंगें बिकी। हालांकि अधिक ग्राहकी 5 रुपए से लेकर 15 रुपए तक की पतंगों की हुई। वहीं मांझे की एक चरखी 500 रुपए से लेकर एक हजार रुपए तक बिकी। इस बार बाजार में पतंग मांझे के साथ विशिंग लैंप भी खूब बिके है।
रामपुर व बरेली की पतंगें अधिक पसंद
पतंग व्यापारियों की मानें तो बाजार में रामपुर और बरेली की पतंगें अधिक बिकी है। वहीं मांझा भी लोगों ने बरेली का अधिक खरीदा है।
करोड़ों का कारोबार
जयपुर पतंग विक्रेता संघ के अध्यक्ष संजय गोयल ने बताया कि इस बार 3 दिन की छुट्टी होने से पतंग—मांझे की अच्छी बिक्री हुई है। राजधानी में करीब 18 से 20 करोड़ की पतंगे बिकी है। वही लाखों रुपए की लालटेन बिक गई। 5 रुपए से लेकर 15 रुपए तक की पतंगे अधिक बिकी है। इस बार राम मंदिर की पतंगों का भी क्रेज रहा है। बाजार में राम मंदिर की पतंगे लोगों ने खूब खरीदी है।
सुबह से ही छतों पर पतंगों का जुनून
आज सुबह से ही छतों पर पतंगों का जुनून भी देखने को मिला। परिवार सहित लोग सुबह से ही पतंगोत्सव का लुत्फ उठा रहे हैं। परकोटे में सुबह से ही लोगों में पतंग उड़ाने की होड सी नजर आई। इसके साथ ही शहर के बाहरी क्षेत्रों में भी इसबार जमकर पतंगें उठ रही है। राजापार्क, मानसरोवर, विद्याधर नगर और वैशाली नगर सहित शहरभर में छतों पर लोगों में पतंगबाजी की होड नजर आ रही है।
आज शहर रहेगा छतों पर
बच्चों के साथ बुर्जुग, युवा और महिलाएं भी पतंग उड़ाती नजर आ रही है। आज दिनभर शहर छतों पर रहेगा, अलसुबह से पतंगबाजी का दौर शुरू हुआ, जो देर शाम तक चलेगा। आसमान दिनभर सतरंगी पतंगों से आबाद रहेगा, वहीं शाम को आतिशबाजी होगी।
आज छत पर ही भोजन, चाय—नाश्ता
मकर संक्रांति पर आज दिनभर लोग छतों पर रहेंगे। आज चाय—नाश्ता और भोजन भी छतों पर ही हो रहा है। मौसम साफ होने सुबह से ही लोग परिवार सहित छतों पर नजर आए।
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घर-घर में तिल के लड्डूओं की महक
संक्रांति पर तिल से बने व्यंजनों का दान किया जाता है, ऐसे में घर-घर में तिल के लड्डूओं की महक रही। लोगों ने एक दिन पहले ही बाजारों से भी तिल के लड्डू खरीदे। फीणी की भी जमकर बिक्री हुई।