बेणेश्वर धाम फिर बना टापू, संपर्क कटा
बांसवाड़ा व डूंगरपुर जिले को सज्जनगढ़ व सल्लोपाट में सोमवार सुबह आठ बजे तक करीब दो इंच बारिश हुई। जल की आवक के बाद सोमवार सुबह दुबारा माही बांध के दो गेट आधा मीटर खोले गए, लेकिन पानी की आवक बनी रहने पर थोड़े-थोड़े अंतराल में और गेट भी खोले गए और दोपहर एक बजे सभी सोलह गेट आधामीटर खोल दिए गए।
इससे बेणेश्वरधाम एक बार फिर टापू में तब्दील हो गया। सोम, माही व जाखम नदियों में पानी बढऩे से साबला बेणेश्वर, बेणेश्वर गनोडा तथा बेणेश्वर वालाई पुलियां पर पानी की चादर चल रही है। बेणेश्वर धाम का सम्पर्क तीनों पुलियों से कट गया है। इस समय धाम पर अस्थाई तौर से रहने वाले 34 लोग मौजूद हैं। सीकर शहर में 45 मिनट में एक इंच बारिश हुई।
माही बांध के 16 गेट खोले माही बांध में पानी की आवक बढऩे के बाद सभी 16 गेट खोल दिए गए हैं। सोमवार रात आठ बजे तक माही बांध में 2 लाख 81 हजार 419 क्यूसेस प्रति सैकण्ड की रफ्तार से पानी की आवक हो रही थी और 11 गेट चार मीटर, तीन गेट साढ़े तीन मीटर और दो गेट डेढ़ मीटर खोलकर 2 लाख 84 हजार 95 क्यूसेस की रफ्तार से जल निकासी की गई। इससे पहले सोमवार सुबह सात बजे तक बांध के दो ही गेट आधा मीटर खुले थे। इसके बाद जल आवक बढऩे पर नौ बजे चार गेट खोले।
बारां में पार्वती नदी में उफान, दर्जनों गांवों का सम्पर्क कटा
हाड़ौती अंचल में सोमवार को कुछ जगहों पर बूंदाबांदी हुई, वहीं बारां जिले के अटरू क्षेत्र में लगातार बारिश से पार्वती नदी में उफान गई। इससे दर्जनों गांवों का मुख्यालय से सम्पर्क कट गया।
उपखंड मुख्यालय के किशनपुरा बालापुरा गांव में गंभीर बीमार चल रही दो महिलाओं भूरीबाई व मंजूबाई को नदी पार से बोट के जरिए अटरू चिकित्सालय भेजा गया। बूंदी के हिण्डौली क्षेत्र के गुढ़ा बांध पर पानी की आवक बढऩे के साथ ही 4 गेट खोलकर 13 सौ क्यूसेक पानी की निकासी की गई। वहीं जजावर क्षेत्र का अन्नपूर्णा बांध लबालब हो गया।
भंडेड़ा क्षेत्र में कालानला-बांसी मार्ग तथा गेण्डोली-झालीजी का बराना मार्ग फिर से अवरुद्ध हो गया है। तालेड़ा, इन्द्रगढ़, हिण्डौली में बारिश हुई। झालावाड़ जिले में कई स्थानों पर हल्की बारिश हुई।