जोशी ने आज अपने निवास पर मीडिया से बातचीत में कहा कि जहां तक एसीआर भरने का सवाल है तो उसके लिए 2008 मे एक सकुर्लर निकला हुआ है। वैसे भी विभाग का जो प्रमुख सचिव होता है वह इस काम को करता है। सबकी एसीआर भरने को लेकर मुख्यमंत्री के पास सारे अधिकार है। वह किस मंत्री से क्या काम कराना चाहते हैं ये सारी व्यवस्था मुख्यमंत्री देखते हैं।
जोशी ने कहा कि उन्होंने किसी का नाम नहीं लिया। जोशी ने कहा कि सबका अपनी बात कहने का एक तरीका होता है। उन्होंने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का उदाहरण देते हुए कहा कि गहलोत ने विधानसभा में जय श्री राम का नारा लगाया तो सभी ने कहा कि इससे हमें ऊर्जा मिलती है लेकिन इस देश के अंदर कुछ ऐसे भी लोग हैं जो जय श्री राम के नाम पर भय पैदा करना चाहते हैं। हालांकि जोशी ने बीजेपी पर इसका इशारा किया था।
जोशी ने कहा कि लोकतंत्र है कोई कभी भी अपनी बात कह सकता है सहमत भी हो सकता है असहमत भी हो सकता है लेकिन बात करने का तरीका होना चाहिए यदि हम सम्मान और शालीनता से अपनी बात कहेंगे तो उससे हमारा सम्मान ही बढ़ेगा। जो बात व्यक्ति बोलता है उससे उसकी सोच का पता लगता है। जोशी ने यह भी कहा कि मैं सभ्यता से बोलने का गुलाम हूं। शालीनता से बोलने का गुलाम हूं। मैं कभी किसी को गाली गलौज नहीं करता। मेरी किसी बात से कभी भी कोई खौफ पैदा नहीं होता। मैं शालीन तरीके से अपनी बातों को कहता हूं। जोशी ने कहा कि हम लोकतंत्र में रहते हैं हम फासिस्टवादी लोग नहीं है। जोशी ने कांग्रेस विधायकों के इस्तीफे के सवाल को टालते हुए कहा कि इस बारे में आप स्पीकर साहब से पूछिए आज यह जो इस कॉन्फ्रेंस की जा रही है यह सिर्फ एक बिंदु को लेकर अपनी स्थिति स्पष्ट की है।
जोशी ने कहा कि लोकतंत्र है कोई कभी भी अपनी बात कह सकता है सहमत भी हो सकता है असहमत भी हो सकता है लेकिन बात करने का तरीका होना चाहिए यदि हम सम्मान और शालीनता से अपनी बात कहेंगे तो उससे हमारा सम्मान ही बढ़ेगा। जो बात व्यक्ति बोलता है उससे उसकी सोच का पता लगता है। जोशी ने यह भी कहा कि मैं सभ्यता से बोलने का गुलाम हूं। शालीनता से बोलने का गुलाम हूं। मैं कभी किसी को गाली गलौज नहीं करता। मेरी किसी बात से कभी भी कोई खौफ पैदा नहीं होता। मैं शालीन तरीके से अपनी बातों को कहता हूं। जोशी ने कहा कि हम लोकतंत्र में रहते हैं हम फासिस्टवादी लोग नहीं है। जोशी ने कांग्रेस विधायकों के इस्तीफे के सवाल को टालते हुए कहा कि इस बारे में आप स्पीकर साहब से पूछिए आज यह जो इस कॉन्फ्रेंस की जा रही है यह सिर्फ एक बिंदु को लेकर अपनी स्थिति स्पष्ट की है।
खाचरियावास ने साधा था निशाना:
ब्यूरोक्रेसी के कामकाज को लेकर एसीआर भरने के मामले में मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास कल भड़के हुए नजर आए थे। खाद्य मंत्री प्रतापसिंह खाचरियावास के अफरशाही के बेकाबू होने के बयान पर जोशी के लिए कहा था कि बेवजह गुलामी नहीं करनी चाहिए। आपने अगर गुलामी का ठेका ही ले लिया है तो लीजिए ना। खाचरियावास ने कहा कि महेश जोशी मुझसे 10—15 साल सीनियर नेता है। वे तो यह साफ बताएं कि आईएएस की एसीआर लिख रहे हैं क्या। अगर लिख रहे हैं तो इसका मतलब मुख्यमंत्री सचिवालय उनके साथ खड़ा है। यह सवाल व्यवस्था का है। महेश जोशी झूठ बोल रहे हैं। इधर उधर की बात क्यों कर रहे हैं। चलती तो मेरी भी आपसे ज्यादा हैं जो लड़ने और मरने की ताकत रखता है उस प्रतापसिंह को समझा रहे हैं क्या आप। जनता तय करेगी कि किसकी चलती है। मैंने एसीआर भरने का अधिकार मंत्रियों को देने का मुद्दा उठाया, मेरे मुद्दे का कोई खंडन करेगा तो बात सुनेगा।
ब्यूरोक्रेसी के कामकाज को लेकर एसीआर भरने के मामले में मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास कल भड़के हुए नजर आए थे। खाद्य मंत्री प्रतापसिंह खाचरियावास के अफरशाही के बेकाबू होने के बयान पर जोशी के लिए कहा था कि बेवजह गुलामी नहीं करनी चाहिए। आपने अगर गुलामी का ठेका ही ले लिया है तो लीजिए ना। खाचरियावास ने कहा कि महेश जोशी मुझसे 10—15 साल सीनियर नेता है। वे तो यह साफ बताएं कि आईएएस की एसीआर लिख रहे हैं क्या। अगर लिख रहे हैं तो इसका मतलब मुख्यमंत्री सचिवालय उनके साथ खड़ा है। यह सवाल व्यवस्था का है। महेश जोशी झूठ बोल रहे हैं। इधर उधर की बात क्यों कर रहे हैं। चलती तो मेरी भी आपसे ज्यादा हैं जो लड़ने और मरने की ताकत रखता है उस प्रतापसिंह को समझा रहे हैं क्या आप। जनता तय करेगी कि किसकी चलती है। मैंने एसीआर भरने का अधिकार मंत्रियों को देने का मुद्दा उठाया, मेरे मुद्दे का कोई खंडन करेगा तो बात सुनेगा।
खाचरियावास ने कहा— मुझे लड़ना भी आता है और मरना भी.. खाचरियावास ने कहा कि कोई मंत्री यह कहे कि मेरी एसीआर लिखने की इच्छा नहीं है तो मैं भी देखना चाहता हूं, ऐसा कौन मंत्री कह रहा है। कल एक मंत्री जोशी कह रहे थे कि हमारे सब काम हो रहे हैं। वे तो काम हमारे भी हो रहे हैं। आप ही ज्यादा पावरफुल नहीं हैं। मेरे से ज्यादा पावरफुल हैं क्या? मुझे लड़ना आता है और मरना भी आता है।