दरअसल जयपुर के विद्याधर नगर इलाके में राकेश यादव ने एक साल पहले बड़ी वारदात की थी। एक नामी ज्वेलर से एक करोड़ रुपए की रंगदारी मांगी थी। लेकिन जब ज्वेलर ने इस मामले में पुलिस की मदद मांगी और थाने में शिकायत की तो राकेश यादव ने ज्वेलर को देख लेने की धमकी दी थी। उसके बाद रेंकी कर उसके बेटे को गोली मार दी थी। उसके बाद राकेश फरार हो गया था। राकेश यादव पर जयपुर ग्रामीण इलाके में सामोद थाना क्षेत्र मे सामोद गांव के ही एक सरपंच की हत्या का भी आरोप है। हत्या कर वह फरार हो गया था। वह सीकर जिले के श्री माधोपुर थाने का हिस्ट्रीशीटर है। उसके उपर दर्ज तमाम मामलों में अब उसे जेल भेजने की तैयारी है।
फिलहाल इस पूरे घटनाक्रम के बारे में पुलिस अधिकारी जानकारी देने से बच रहे हैं। लेकिन प्रारंभिक जानकारी के अनुसार यह सामने आया है कि राकेश यादव के बारे में किसी सूचना के बाद पुलिस ने उसे आसाम से पकड़ा था। उसे वहां से पुलिस जीप में जयपुर लाया जा रहा था। जयपुर की सीमा में घुसने के बाद दौलतपुरा थाने के नजदीक कल रात उसने पुलिसवालों को होस्टेज बनाकर भागने का प्रयास किया था। पुलिस पर फायर करने की भी सूचना है। जवाबी फायरिंग में पुलिस ने उसे गोली मार दी। गोली मारने के लिए पैर को एम किया गया और अब वह एसएमएस अस्पताल में भर्ती है।