बैठक में देश भर के कुल दस सांसदों ने अपनी मांगें रखी थी जिनमें राजस्थान के 3 सांसद हैं। जयपुर सांसद रामचरण बोहरा ने 20 मांगें रखीं जिनमें रेल मंत्रालय ने अधिकांश मांगेें स्वीकार करते हुए आगे की कार्यवाही शुरू भी कर दी।
रेलवे ने एेसे निकाली राह
जयपुर-लखनऊ तक सीधी डबल डेकर के लिए रेल मंत्रालय ने लखनऊ से दिल्ली के आनंद विहार स्टेशन तक चलने वाली ट्रेन संख्या 12583/84 और जयपुर से दिल्ली के सराय रोहिल्ला स्टेशन तक चलने वाली ट्रेन संख्या 12985/86 को एक करने का फैसला किया है।
जयपुर-लखनऊ तक सीधी डबल डेकर के लिए रेल मंत्रालय ने लखनऊ से दिल्ली के आनंद विहार स्टेशन तक चलने वाली ट्रेन संख्या 12583/84 और जयपुर से दिल्ली के सराय रोहिल्ला स्टेशन तक चलने वाली ट्रेन संख्या 12985/86 को एक करने का फैसला किया है।
अभी लखनऊ से दिल्ली आने वाली डबल डेकर हफ्ते में सिर्फ दो दिन चलती है। लेकिन जयपुर तक के नए रूट पर यह हफ्ते में सभी सातों दिन चलेगी। मंत्रालय का कहना है कि यह सेवा जल्दी ही शुरू हो जाएगी।
हालांकि जयपुर सांसद बोहरा ने मांग की थी कि डबल डेकर ट्रेन को लखनऊ तक बढ़ाने की बजाय जयपुर से लखनऊ के बीच स्लीपर, फ स्र्ट एसी और सेकेंड एसी वाली ट्रेन शुरू की जाए।
बोहरा की ये मांगे भी मानीं
1. जयपुर के गांधीनगर और जगतपुरा रेलवे खंडों को हरित गलियारा बनाया जाए। 2. लगभग दो वर्ष पूर्व खातीपुरा को सैटेलाइट स्टेशन बनाने के काम को समय से पूरा किया जाए।
1. जयपुर के गांधीनगर और जगतपुरा रेलवे खंडों को हरित गलियारा बनाया जाए। 2. लगभग दो वर्ष पूर्व खातीपुरा को सैटेलाइट स्टेशन बनाने के काम को समय से पूरा किया जाए।
3. जयपुर-मुंबई लाइन, जयपुर से सवाई माधोपुर के बीच एकल लाइन का विद्युतीकरण के साथ साथ दोहरीकरण किया जाए। पटेल के प्रस्ताव बताए अव्यवहारिक, कस्वां की 4 मांगे स्वीकार
जालोर-सिरोही सांसद देवजी पटेल ने 12 मांगें रखी लेकिन अव्यवहारिक बता कर रेल मंत्रालय ने सारी नामंजूर कर दी। जबकि चूरू सांसद राहुल कस्वां ने 13 मांगें रखी थी जिनमें से 4 मांगें स्वीकार की गई। जिनमें दिल्ली-मुंबई फ्रेट कोरिडोर्स में आने वाले राजस्थान के क्षेत्र को रो-रो सेवा से जोडऩे के संबंध में रेल मंत्रालय की योजना को लेकर प्रमुख थी। जवाब में मंत्रालय ने कहा कि क्षेत्रीय रेलों को सभी खंडों पर रो-रो सेवा शुरू करने की संभावना को तलाश करने के लिए कहा गया है। जहां इस सेवा के लिए व्यवहारिकता नजर आएगी, वहां यह सेवा उपलब्ध करवाई जाएगी।
जालोर-सिरोही सांसद देवजी पटेल ने 12 मांगें रखी लेकिन अव्यवहारिक बता कर रेल मंत्रालय ने सारी नामंजूर कर दी। जबकि चूरू सांसद राहुल कस्वां ने 13 मांगें रखी थी जिनमें से 4 मांगें स्वीकार की गई। जिनमें दिल्ली-मुंबई फ्रेट कोरिडोर्स में आने वाले राजस्थान के क्षेत्र को रो-रो सेवा से जोडऩे के संबंध में रेल मंत्रालय की योजना को लेकर प्रमुख थी। जवाब में मंत्रालय ने कहा कि क्षेत्रीय रेलों को सभी खंडों पर रो-रो सेवा शुरू करने की संभावना को तलाश करने के लिए कहा गया है। जहां इस सेवा के लिए व्यवहारिकता नजर आएगी, वहां यह सेवा उपलब्ध करवाई जाएगी।
कस्वां की अन्य स्वीकृत मांगें ये हैं
1. चालू बजट में सादुलपुर-बीकानेर, रेवाड़ी-हनुमानगढ़ और रतनगढ़-सरदारशहर मार्गों को विद्युतीकृत करने का काम शीघ्र पूरा किया जाए। 2. छह परियोजनाएं जिसके लिए हाल ही में सर्वेक्षण के बाद घाटे की बात कहकर परियोजनाओं को आगे नहीं बढ़ाया गया, इन पर पुन: विचार किया जाना चाहिए। इसके जवाब में कहा गया है कि अगर राज्य सरकार सहयोग करे तो मंत्रालय विचार कर सकता है।
1. चालू बजट में सादुलपुर-बीकानेर, रेवाड़ी-हनुमानगढ़ और रतनगढ़-सरदारशहर मार्गों को विद्युतीकृत करने का काम शीघ्र पूरा किया जाए। 2. छह परियोजनाएं जिसके लिए हाल ही में सर्वेक्षण के बाद घाटे की बात कहकर परियोजनाओं को आगे नहीं बढ़ाया गया, इन पर पुन: विचार किया जाना चाहिए। इसके जवाब में कहा गया है कि अगर राज्य सरकार सहयोग करे तो मंत्रालय विचार कर सकता है।