सियासी खींचतान के बीच जयपुर के दो दिवसीय दौरे पर आए कांग्रेस के प्रभारी अजय माकन बुधवार को दोपहर 2 बजे दिल्ली लौट गए हैं। दो दिनों में माकन ने मंत्रिमंडल विस्तार और राजनीतिक नियुक्तियों को लेकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के साथ दो अलग-अलग बैठकें की। सीएम के साथ माकन का लंबा मंथन चला।
मंगलवार देर रात सीएम आवास पर डिनर के दौरान हुई 4 घंटे की बातचीत के अलावा बुधवार को भी माकन ने सुबह 10.30 बजे से लेकर दोपहर 12 बजे करीब डेढ घंटे तक सीएम से चर्चा की। दोनों नेताओं की इस बैठक में मंत्रिमंडल विस्तार और राजनीतिक नियुक्तियों को लेकर पार्टी आलाकमान के तैयार किए गए फार्मूले पर बातचीत हुई। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने माकन को कई अहम सुझाव दिए हैं। बसपा से कांग्रेस में आए और निर्दलीय विधायकों के मुद्दे पर भी अपनी बात कही है।
संगठन विस्तार पर गहलोत सहमत
विश्वस्त सूत्रों की माने तो मुख्यमंत्री अशोक गहलोत प्रदेश कार्यकारिणी, जिलाध्यक्षों और ब्लॉक अध्यक्षों की नियुक्तियों के फॉर्मूले पर सहमति दे दी है, लेकिन मंत्रिमंडल विस्तार और राजनीतिक नियुक्तियों के फॉर्मूले पर पेच फंस गया है। दरअसल सीएम गहलोत फार्मूले में कुछ बदलाव चाहते हैं।
सीएम का मानना है कि अब पायलट खेमे को उनकी मांग के अनुरूप नहीं बल्कि जितने विधायक उनके साथ हैं उसी के अनुरूप उनको प्रतिनिधित्व मिलना चाहिए। बगावत के समय सरकार बचाने वाले बसपा से आने वाले विधायक और निर्दलीय विधायकों का भी पूरा ख्याल रखा जाना जरूरी है। मंत्रिमंडल विस्तार के फॉर्मूले में बदलाव को लेकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अजय माकन को कई अहम सुझाव दिए हैं।
सोनिया गांधी को रिपोर्ट देंगे माकन
वहीं दूसरी ओर प्रदेश प्रभारी अजय माकन मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा से संगठन विस्तार, राजनीतिक नियुक्तियों और मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर हुई चर्चा के बाद मामले की रिपोर्ट कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी सौंपेंगे।
उसके बाद कांग्रेस अध्यक्ष राजनीतिक नियुक्तियों, संगठन विस्तार और मंत्रिमंडल विस्तार को हरी झंडी देंगी। सीएम से मुलाकात के बाद अजय माकन ने भी कहा है कि सीएम के साथ बातचीत सकारात्मक रही है। लगभग सभी मुद्दों पर सहमति है। असहमति जैसी कोई बात नहीं है।
माकन से चला मुलाकातों का दौर
मंत्रिमंडल विस्तार और राजनीतिक नियुक्तियों में एडजस्ट होने के लिए बुधवार को कई विधायकों ने भी अजय माकन से मुलाकात की। एयरपोर्ट स्थित एक होटल में अजय माकन से मिलने वालों में मंत्री अर्जुन राम बामणिया विधायक रफीक खान, गोविंद राम मेघवाल, पदमाराम मेघवाल और कांग्रेस नेता धर्मेंद्र राठौड़ शामिल रहे। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा के साथ भी अजय माकन ने अलग से बैठक कर प्रदेश कार्यकारिणी के विस्तार और जिला अध्यक्षों की नियुक्ति को लेकर भी चर्चा की।
पायलट की नहीं हुई माकन से मुलाकात
इधर दो दिन से जयपुर में होने के बावजूद पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट की अजय माकन से मुलाकात नहीं हो पाई। हालांकि महिला कांग्रेस के प्रदर्शन के दौरान पायलट ने कहा कि अजय माकन एक जिम्मेदार पद पर हैं, ऐसे में जो उन्होंने कहा उस पर भरोसा रखना चाहिए। कि हम केवल इतना चाहते हैं कि कार्यकर्ताओं के मान-सम्मान की रक्षा हो। इधर मुख्य सचेतक महेश जोशी ने अजय माकन के दौरे को लेकर कहा कि माकन आलाकमान का संदेश लेकर आए हैं। कांग्रेस के भीतर कोई गुटबाजी नहीं है।
कार्यकर्ताओं को उम्मीद खत्म होगा गतिरोध
इधर अजय माकन की मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से दो बार हुई मंत्रणा के कई सियासी मायने निकाले जा रहे हैं। कांग्रेस हलकों में चर्चा है कि अजय माकन ने इस दौरे के दौरान संगठन विस्तार और राजनीतिक नियुक्तियों को लेकर चल रहा गतिरोध खत्म कर दिया है।
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के साथ उनका संवाद शुरू हो गया है और अजय माकन को पूरी उम्मीद है कि वह राजस्थान कांग्रेस के दोनों खेमों के बीच एक सेतु के तौर पर काम कर पार्टी के विधायकों-नेताओं और कार्यकर्ताओं का इंतजार जल्द खत्म करवाने में कामयाब रहेंगे।