लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला आज संसदीय क्षेत्र कोटा-बूंदी प्रवास पर हैं। वे आज कोटा स्थित कैंप कार्यालय में आमजन की सुनवाई के अलावा कई कार्यक्रमों में शिरकत करेंगे। हालांकि लोकसभा अध्यक्ष ने दिन की शुरुआत कोटा जिले की कनवास तहसील जाकर की। यहां के गरड़ा गांव पहुंचकर उन्होंने उन परिवारों के प्रति संवदेना व्यक्त की, जिन्होंने पिछले दिनों आकाशीय बिजली गिरने की घटना में अपने चार बच्चों को खो दिया था। बिरला ने शोक संतप्त परिजनों से मुलाक़ात कर उन्हें ढांढस बंधाया।
घायल बच्चों का एम्स दिल्ली में होगा इलाज
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा, ‘संसदीय क्षेत्र के कोटा जिले की कनवास तहसील स्थित गरड़ा गांव जाकर उन परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की है जिन्होंने पिछले दिनों आकाशीय बिजली गिरने से अपने बच्चों को खो दिया था। उन्हें आश्वस्त किया कि असीम पीड़ा की इस स्थिति में उनके साथ हूं। घायल बच्चों की भी कुशल क्षेम पूछी। एक बच्चे की आंख खुलने में दिक्कत है, दूसरे के सीने में दर्द रहता है। दोनों बच्चों के एम्स नई दिल्ली में उपचार के लिए आश्वस्त किया। परिवार में जो अन्य बच्चे हैं उनकी शिक्षा की जानकारी ली। पीड़ित परिवारों से कहा कि जो भी समस्या हो उसकी जानकारी दें, निराकरण किया जाएगा।’
लोगों ने जताई पीड़ा, तो दिया आश्वासन
गरड़ा गांव पहुंचने पर ग्रामीणों ने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला के सामने अपनी कई तरह की पीड़ा बताई। खासतौर से गांव में वर्षों से निवास करने के बावजूद मकानों के पट्टे नहीं होने की समस्या से अवगत करवाया गया। ग्रामीणों ने कहा कि मकानों के पट्टे नहीं होने के कारण उन्हें कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
ग्रामीणों की पीड़ा सुनने के बाद बिरला ने एसडीएम राजेश डागा को गांव में पट्टे जारी करने के संबंध में प्रस्ताव राज्य सरकार को भिजवाने के निर्देश दिए। उन्होंने इस बारे में राज्य सरकार से खुद बात करने को लेकर भी ग्रामीणों को आश्वस्त किया।
ये हैं अन्य कार्यक्रम
जारी हुए कार्यक्रम के अनुसार लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला आज दोपहर जिला परिषद सभागार में संसदीय क्षेत्र में भारतमाला परियोजना के तहत बन रहे नई दिल्ली-मुम्बई एक्सप्रेस-वे की प्रगति की समीक्षा करेंगे। इस बैठक में एनएचएआई के वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित रहेंगे।
दरअसल, पिछले दिनों बिरला जब कोटा प्रवास पर आए थे तब परियोजना क्षेत्र के किसानों ने उन्हें इस मामले में अनेक समस्याओं से अवगत कराया था। बिरला ने किसानों को आश्वस्त किया था कि वे जल्द ही एनएचएआई अधिकारियों से बात कर समस्याओं का निराकरण करवाएंगे।