प्रदेश चुनाव समिति गठन के बाद सिर्फ एक बैठक हुई है। इसके अलावा स्क्रीनिंग कमेटी की दिल्ली में जरूर एक बार बैठक हो चुकी है। प्रदेश चुनाव समिति सदस्यों के जरिए लोकसभा क्षेत्रों से दावेदारों के बायोडाटा मंगाए हैं। इसके अलावा लोकसभा क्षेत्रों में कार्यकर्ताओं से संवाद कार्यक्रम चल रहे हैं। बूथ स्तर पर बीएलए लगाने को लेकर भी पार्टी काम कर रही है।
यह भी पढ़ें – सीएम भजनलाल शर्मा ने पेश किया अनूठा उदाहरण, जनता का जीता दिल
प्रदेश में कांग्रेस लगातार दो लोकसभा चुनावों से 25 में से एक भी सीट नहीं जीत पा रही। इसलिए पार्टी में अंदर खाने प्रदेश के बड़े नेताओं के चुनाव लड़ाने की चर्चा तेजी से चल रही है। लेकिन प्रदेश के बड़े नेता लोकसभा चुनाव लड़ने को लेकर रूचि लेते नजर नहीं आ रहे।
यह भी पढ़ें – भाजपा की केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक आज, पहली सूची में आ सकते है राजस्थान के 10 प्रत्याशियों के नाम