सेंट्रल वॉर रूम से चल रहा कांग्रेस का चुनाव मैनेजमेंट
200 से ज्यादा लोगों की टीमें तीन शिफ्ट में कर रही काम
प्रदेश की 25 लोकसभा सीटों पर दो चरणों में हो रहे चुनाव में कांग्रेस का चुनाव प्रबंधन और रणनीति सेंट्रल वॉर रूम से तैयार हो रही है। राजधानी के अस्पताल रोड स्थित पार्टी के केंद्रीय वॉर रूम में 200 से ज्यादा एक्सपर्ट की अलग-अलग टीमें तीन शिफ्ट में राउंड द क्लॉक काम कर रही हैं। वॉर रूम के इंचार्ज जसवंत गुर्जर की देखरेख में सोशल मीडिया, कम्युनिकेशन, लीगल और कनेक्ट सेंटर डेस्क बनाई गई है, जिसमें प्रत्येक डेस्क पर 10 से 15 लोग काम कर रहे हैं। इसके अलावा कांग्रेस सोशल मीडिया विभाग के भी 100 वॉलियंटर्स सुमीत भगासरा की देखरेख में काम रहे हैं। सेंट्रल वॉर रूम ने सभी 25 लोकसभा क्षेत्रों में भी वॉर रूम बनाए हैं। प्रत्याशियों को किन-किन चीजों की जरूरत पड़ रही है उसका फीडबैक लेकर वे चीजें उपलब्ध करवाई जाती हैं।
स्टार प्रचारक के दौर वॉर रूम से तैयार
लोकसभा क्षेत्रों से किन-किन स्टार प्रचारकों की डिमांड आ रही है और कहां-कहां पर स्टार प्रचार को भेजा जाना है, इसकी रूपरेखा भी वॉर रूम से तैयार हो रही है।
अब तक ये काम दिए अंजाम
भाजपा का वॉर रूम : हर गतिविधि पर 24 घंटे नजर
अनुभवी नेताओं के साथ सोशल साइट एक्सपर्ट
भाजपा मुख्यालय के अलावा हर लोकसभा सीट कार्यालयों में वॉर रूम में प्रदेश के अनुभवी नेताओं के साथ सोशल साइट एक्सपर्ट, डेटा एनालिस्ट, न्यूज एनालिस्ट, इलेक्शन एक्सपर्ट की टीम काम कर रही है। प्रदेश कार्यालय पर चुनाव प्रबंधन समिति के संयोजक ओंकार सिंह लखावत और सह संयोजक नारायण पंचारिया के नेतृत्व में बूथ मैनेजमेंट से लेकर प्रधानमंत्री व अन्य केन्द्रीय व राज्य के नेताओं के प्रवास का प्रबंधन भी यहीं हो रहा है। लोकसभा क्षेत्र में काम कर रही अलग टीम से भी इस संबंध में लगातार संपर्क में हैं। एक हॉल में प्रदेश स्तर पर 300 कार्यकर्ताओं की टीम (राउंड द क्लॉक) इस मोर्च पर जुटी है। कांग्रेस नेताओं के विवादित बयानों को वायरल करने के लिए भी अलग से एक टीम है।
चार टीम, जिन पर नेताओं के प्रवास की जिम्मेदारी
टीम 1- प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह।
टीम 2- दूसरे केन्द्रीय नेता, दूसरे राज्यों के मुख्यमंत्री, उप मुख्यमंत्री व अन्य राष्ट्रीय नेता, जो स्टार प्रचारक भी हैं।
टीम 3- राजस्थान के मुख्यमंत्री, उप मुख्यमंत्री।
टीम 4- राज्य के मंत्री और संगठन के पदाधिकारी।