मौजूदा सांसद फिट हैं या नहीं, पार्टी ने इसका पता लगाने का काम तेज कर दिया है। इसके लिए सांसदों का रिपोर्ट कार्ड तैयार किया जा रहा है। इसमें सांसद की पब्लिक इवेंट में कितनी और कब-कब सक्रियता रही, लोकसभा चुनाव क्षेत्र में आए डवलपमेंट प्रोजेक्ट्स में उनकी भूमिका रही या नहीं, मीडिया कवरेज और सोशल मीडिया पर कब-कब नजर आए सहित ऐसे कई मापदंड तय किए गए हैं। इसके माध्यम से पार्टी का केन्द्रीय नेतृत्व सांसद के काम और सक्रियता की रेटिंग तय कर रही है।