दिल्ली के राजस्थान हाउस ( Rajasthan House ) में हनुमान बेनीवाल ने मीडिया के सामने खींवसर से उम्मीदवार की घोषणा की है। उन्होंने कहा कि मैं हमेशा से परिवारवाद के खिलाफ हूं। इस सीट के लिए जब पार्टी के सभी पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं से राय ली गई। इसके बाद भाई नारायण बेनीवाल को उम्मीदवार बनाया हैं। खींवसर में 21 अक्टूबर को मतदान होना है जबकि 24 अक्टूबर को मतगणना होगी। चुनाव तिथि की घोषणा के साथ ही जिले में आचार संहिता लागू हो गई है।
गौरतलब है कि गुरुवार को भाजपा और रालोपा का गठबंधन हो गया था। भाजपा प्रदेश कार्यालय में इसका औपचारिक ऐलान किया गया। खींवसर सीट से रालोपा चुनाव लड़ेगी और मंडावा से भाजपा चुनाव लड़ेगी। हनुमान बेनीवाल ने कहा कि जिस प्रकार लोकसभा चुनावों में राजस्थान में कांग्रेस का सफाया हुआ है उसी प्रकार विधानसभा उपचुनावों में भी कांग्रेस मुक्त राजस्थान चाहते है और गठबंधन प्रचण्ड बहुमत के साथ जीतेगा।
ये मानी जा रही वजह
नारायण बेनीवाल फिलहाल खींवसर क्षेत्र के क्रय-विक्रय सहकारी समिति के अध्यक्ष हैं। बताया जाता है कि बड़े भाई हनुमान बेनीवाल के सांसद बनने के बाद से ही वे क्षेत्र में अचानक सक्रिय हो गए। अब जब उपचुनाव की घोषणा हो गई तब ये सक्रियता और बढ़ गई है।
विधायक बनने की मिल रही अग्रिम बधाइयां
खींवसर से प्रत्याशी की घोषणा होने के साथ ही नारायण बेनीवाल को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर बधाईयां आनी शुरू हो गई है। उनके समर्थक और जानकार उन्हें खींवसर से विधायक बनने की अग्रिम बधाइयां तक देने लग गए हैं।