राज्य सरकार वित्तीय वर्ष 2023-24 से प्रदेश में केवल ईएनए निर्मित देशी शराब का ही विक्रय व उत्पादन करेगी। बताया जा रहा है कि अभी रेक्टिफाइड स्प्रिड से भी देशी शराब बन रही है। लेकिन स्वास्थ्य के लिए ईएनए कम नुकसानदेह है।
प्रदेश में शराब बनाने के काम आने वाली स्प्रिट के टैंकरों से स्प्रिट चोरी होने और बाद में इससे अवैध शराब बनाए जाने की खबरें आती रहती हैं। इसे देखते हुए सभी स्प्रिट टैंकरों में जीपीएल लगाए जाएंगे। इससे रवाना होने से तय स्थल तक पहुंचने की पूरी निगरानी रहेगी। इसी प्रकार स्काडा प्रणाली को लागू किया जा रहा है। इसके माध्यम से गोदाम में शराब के आने, स्टॉक में रहने सहित अन्य सभी ऑनलाइन रिकॉर्ड रहेंगे। खुदरा शराब बिक्री के लिए पोश मशीन से बिलिंग अनिवार्य रूप से करनी होगी।