गौरतलब है कि हाल ही जयपुर और दौसा जेल के दो बंदियों ने पुलिस कंट्रोल रूम में फोन कर मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा को जान से मारने की धमकी दी थी। तब भी यह मुद्दा उठाया गया कि राजस्थान की जेलें बंदियों के लिए ऐशगाह बनती जा रही हैं।
जांच में लगा 9 माह का समय
लॉरेंस बिश्नोई का साक्षात्कार 14 और 17 मार्च 2023 को एक न्यूज चैनल पर प्रसारित हुआ था। उस समय गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई पंजाब की बठिंडा जेल में बंद था। जयपुर पुलिस और पंजाब पुलिस दोनों इस बात के दावे करते रहे कि साक्षात्कार कहां से लिया गया। पंजाब में हाईकोर्ट के निर्देश पर 21 दिसंबर 2023 और 6 जनवरी 2024 को साक्षात्कार के संबंध में दो मुकदमे दर्ज किए गए और जांच एसआइटी को सौंपी गई। लगभग 9 माह की जांच के बाद एसआइटी ने पुष्टि की कि साक्षात्कार जयपुर केन्द्रीय कारागार से लिया गया था।
कोर्ट में सुनवाई के दौरान वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए राजस्थान के अधिकारी भी मौजूद थे। कोर्ट के निर्देशानुसार इस मामले में अग्रिम कार्रवाई के लिए राजस्थान डीजीपी को दस्तावेज सौंपे गए। अब पुलिस यह जांच कर रही है कि गैंगस्टर को साक्षात्कार के लिए मोबाइल किसने उपलब्ध कराया और यह साक्षात्कार जयपुर जेल से लिया गया या कहीं और से।
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