— 175 गीगावाट विंड एनर्जी की क्षमता
— 142 गीगावाट सोलर एनर्जी की क्षमता
— 1.25 लाख हेक्टर जमीन उपलब्ध
— 70 हजार मेगावाट क्षमता के प्लांट लग सकते हैं बड़े उपक्रमों पर नजर
पार्क के लिए 20 हजार हेक्टेयर जमीन चाहिए। सरकार ने अक्षय ऊर्जा निगम के लिए 4 साल में 30 हजार मेगावाट क्षमता के प्लांट विकसित करने का लक्ष्य रखा है।
मेरकॉम इंडिया संस्था जोधपुर स्थित भड़ला पार्क ( Bhadla Solar Park, Jodhpur ) को विश्व का सबसे बड़ा सोलर प्लांट घोषित कर चुकी है। यहां 18 बड़ी कंपनियों के 36 सोलर प्लांट है। पहले कर्नाटक का पावागढ़ सोलर पार्क ( Pavagada Solar Park ) सबसे बड़ा था, लेकिन अब यहां पर सूरज की रोशनी से 2245 मेगावाट बिजली का उत्पादन शुरू होने के बाद कर्नाटक के पार्क को पीछे छोड़ दिया है।