गलता तीर्थ में स्वामी अवधेशाचार्य के सान्निध्य में सीताराम जी, रामलला जी और श्रीनिवास भगवान को सुसज्जित झूलों में विराजमान किया गया। सभी विग्रह 15 दिन तक झूले में ही विराजमान रहेंगे। स्वामी राघवेन्द्र ने बताया कि दस दिवसीय गोदा जयंती महोत्सव के तहत विद्वानों द्वारा वैदिक मंत्रोच्चार के साथ तुलसी और पुष्पों से नित्य सहस्त्रार्चन किया जा रहा है।
सात अगस्त को फूल बंगला, तुलसी जयंती उत्सव मनाया जाएगा। इस अवसर पर भगवान का विशेष श्रृंगार, सुगंधित सुसज्जित फूल बंगले की झांकी सजाई जाएगी। वहीं तुलसीदास जी के चित्र का पूजन किया जाएगा। कलाकारों की ओर से भगवान के सम्मुख भजन, नृत्य, कथक आदि की प्रस्तुति दी जाएगी। गोविंद देव जी मंदिर में महंत अंजन कुमार गोस्वामी के सान्निध्य में ठाकुर जी को झूले में विराजमान कर लहरिया पोशाक धारण करवाई गई।
यहां भी आयोजन
पानों का दरीबा स्थित सरस निकुंज में महंत अलबेली माधुरी शरण के सान्निध्य में शाम को झूला झांकी और सिंजारा पूजन किया गया। बड़ी चौपड़ स्थित लक्ष्मीनारायण बाई जी मंदिर में महंत पुरुषोत्तम भारती के सान्निध्य में ठाकुर को लहरिया पोशाक धारण करवाई गई। सांगानेर सिटी बस स्टैंड (Sanganer City Bus Stand) स्थित दुसाद भवन में त्रिवेणी धाम के रामरिछपाल दास के सान्निध्य में ठाकुरजी का झूला महोत्सव कार्यक्रम हुआ। इस मौके पर ठाकुरजी को खीर, घेवर का भोग लगाया गया।
पानों का दरीबा स्थित सरस निकुंज में महंत अलबेली माधुरी शरण के सान्निध्य में शाम को झूला झांकी और सिंजारा पूजन किया गया। बड़ी चौपड़ स्थित लक्ष्मीनारायण बाई जी मंदिर में महंत पुरुषोत्तम भारती के सान्निध्य में ठाकुर को लहरिया पोशाक धारण करवाई गई। सांगानेर सिटी बस स्टैंड (Sanganer City Bus Stand) स्थित दुसाद भवन में त्रिवेणी धाम के रामरिछपाल दास के सान्निध्य में ठाकुरजी का झूला महोत्सव कार्यक्रम हुआ। इस मौके पर ठाकुरजी को खीर, घेवर का भोग लगाया गया।
झूला महोत्सव शुरू
गोनेर स्थित लक्ष्मी जगदीश मंदिर में झूला महोत्सव शुरू हुआ। भगवान लक्ष्मी जगदीश चारभुजानाथ और बिहारी जी की प्रतिमाओं की मंगला आरती की गई। पंचामृत अभिषेक करवाने के बाद लहरिया की पोशाक धारण करवा कर गर्भग्रह के बाहर जगमोहन में काष्ठ के झूलों में विराजमान किया गया। इस दौरान ठाकुर जी का श्रृंगार किया गया। लक्ष्मी जगदीश महाराज भाद्रपद कृष्ण पक्ष द्वितीया तक झूलों में विराजेंगे। वहीं भगवान का लक्खी मेला सावन शुक्ला एकादशी को भरेगा।
गोनेर स्थित लक्ष्मी जगदीश मंदिर में झूला महोत्सव शुरू हुआ। भगवान लक्ष्मी जगदीश चारभुजानाथ और बिहारी जी की प्रतिमाओं की मंगला आरती की गई। पंचामृत अभिषेक करवाने के बाद लहरिया की पोशाक धारण करवा कर गर्भग्रह के बाहर जगमोहन में काष्ठ के झूलों में विराजमान किया गया। इस दौरान ठाकुर जी का श्रृंगार किया गया। लक्ष्मी जगदीश महाराज भाद्रपद कृष्ण पक्ष द्वितीया तक झूलों में विराजेंगे। वहीं भगवान का लक्खी मेला सावन शुक्ला एकादशी को भरेगा।
झूला महोत्सव की झांकी सजी
महेश नगर स्थित श्री सिद्धेश्वर महादेव राधा गोविंद मंदिर में झूला महोत्सव की नयनाभिराम झांकी का आयोजन किया गया। इस अवसर पर भजनों से ठाकुरजी की मनुहार की गई।
महेश नगर स्थित श्री सिद्धेश्वर महादेव राधा गोविंद मंदिर में झूला महोत्सव की नयनाभिराम झांकी का आयोजन किया गया। इस अवसर पर भजनों से ठाकुरजी की मनुहार की गई।