जयपुर

Aaj Ka Rashifal 17 जून : क्या कहते हैं आपके सितारे बता रहे हैं तीन ज्योतिषाचार्य

पढ़े तीन ज्‍योतिषियों से राशिफल स‍मेत फैमिली एस्‍ट्रो स्‍पेशल सिर्फ पत्रिका पर

जयपुरJun 16, 2023 / 07:09 pm

Lotika Thakur

आपके सवालों के जवाब फैमिली एस्ट्रो स्पेशल पर
ज्योतिषाचार्य: पं. मुकेश भारद्वाज के साथ

यहां पाएं चार तरह की एस्ट्रो विधाओं के टिप्स
1). अंकगणित
2). टैरो कार्ड
3). वैदिक ज्योतिष (सनसाइन-मूनसाइन)
4). वास्तु शास्‍त्र
यह कॉलम उन पाठकों के लिए है जो ज्योतिष शास्त्र के माध्यम से भविष्य के पूर्वानुमानों में भी रुचि रखते हैं। भविष्य के पूर्वानुमान लगाने की लगभग सभी लोकप्रिय विधाओं को समाहित कर इस क्षेत्र में रुचि रखने वाले पाठकों के लिए यह देश में एक नए तरह की पहल है। जिसमें पाठक ना केवल दिन से जुड़ी सम्भावनाओं की जानकारी लें सकेगें साथ ही भविष्य से जुड़े प्रश्न भेज पूर्वानुमान प्राप्त कर सकेगें।
इस कॉलम में अंकगणित टैरो कार्ड, सनसाइन, वैदिक ज्योतिष एवं मून साइन के अनुसार ग्रह नक्षत्र के समग्र प्रभाव का पूर्वानुमान और संभावना पर लगातार जानकारियों को साझा करेंगे।
ज्योतिषाचार्य: पं. मुकेश भारद्वाज के साथ

अंक ज्योतिष के अनुसार आज का मूलांक 8 है। जो कि एक और सात के संयोग से बना है। वहीं आज के दिन का भाग्य अंक तीन है जो दो और एक के सहयोग से बना है। इसके मायने यह है कि आज के दिन में साहस विश्वास दृढ़ता के साथ कठोर परिश्रम और विशेष आर्थिक उन्नति ऊर्जा उपलब्ध रहेगी वे सभी लोग जो धैर्य और विनम्रता के साथ अपने कार्य को करेंगे आज के दिन में पहले के पूर्वानुमानओं से ज्यादा आर्थिक लाभ प्राप्त कर सकेंगे। शनि और बृहस्पति का यह संयोग तकनीकी से जुड़े ज्ञान में भी विशेष सफलता प्रदान करने की ऊर्जा रखता है। आपके प्रयास आप की ऊंचाई निर्धारित करेंगे। मूलांक 1, 2, 3, 7, 6, 8 और 9 विशेष लाभान्वित हो सकते हैं। बाकी सब के लिए भी दिन ठीक है।
टैरो कार्ड के अनुसार आज के दिन का कार्ड व्हील आफ फॉर्चून के साथ टू ऑफ कप्स है। इसके मायने हैं कि आज के दिन में पहले से प्लान की गई चीजों के अलावा भी बहुत सारे नए घटनाक्रम जुड़ सकते हैं। कुछ चीजों में बदलाव की स्थिति के लिए तैयार रहना होगा। आपको अपने विचारों के अनुसार आज के दिन को फिर से रीस्केड्यूल करने का मौका मिलेगा। हो सकता है कि किसी ऐसे व्यक्ति से मुलाकात हो जिसके लिए आप लंबे समय से प्रतीक्षारत थे। टैरो कार्ड आपको संदेश देते हैं कि आज अगर आपके सामने ऐसा व्यक्ति हो जिसे आप अपने मनोभावों से अवगत कराना चाहते हो तो इस अवसर को हाथ से ना जानें दे।
सनसाइन के अनुसार आज का दिन कार्यस्थल पर कठोर अनुशासन से बंधा हुआ हो सकता है। जो लोग लापरवाही और अनुशासनहीनता के साथ अपने कार्यों को लगातार गैर जिम्मेदाराना तरीके से कर रहे थे हो सकता है उनके लिए आज एक कठिन दिन हो। पिछले किए गए कार्यों की समीक्षा और आगे के लिए योजना बनाने से संबंधित आज के दिन का मुख्य विचार रहेगा। साथी कर्मी आपके किए गए कार्य का भी एडवांटेज लेना चाहेंगे सतर्क रहना होगा।
मूनसाइन के अनुसार आज के दिन में भावनात्मक ऊर्जा संतुलित रहेगी। प्रतीक्षारत व्यवस्थाएं मिल सकती है। भावनात्मक रूप से कमजोर महसूस कर रहे लोगों को दूसरों से लंबी बातचीत से बचना चाहिए। अपरिचित लोगों के संपर्क में आने से पहले किसी साथी या मित्र को विश्वास में अवश्य लें आज का दिन सावधानी सी गुजारने की आवश्यकता रहेगी।
कैसा रहेगा इस सप्ताह आपका स्वास्थय राशिफल?

स्वास्थ्य के लिहाज से बात करें तो आने वाला सप्ताह कई तरह की स्वास्थ्य से संबंधित गतिविधियों में सावधानी पूर्वक व्यवहार करने का संकेत देता है। सप्ताह का आरंभ भावनात्मक और मानसिक रूप से तनावग्रस्त लोगों के लिए विशेष रुप से सावधानियां बरतने का रहेगा। वहीं सप्ताह का मध्य भाग सेहत के आकस्मिक उतार-चढ़ाव से जुड़ा रह सकता है। जिसमें छोटे-मोटे संक्रमित रोग या मौसम संबंधी उतार-चढ़ाव से जुड़े रोगों के उभरने की संभावना रहेगी। कमजोर इम्यूनिटी वाले लोग सावधानी बरतें सप्ताह का अंत मौसम स्थिर होने के कारण सामान्य रहने की संभावना रहेगी।
आपका सवाल
प्रश्न: भगवान शिव को तिल क्यों चढ़ाया जाता है?
उत्तर: भगवान शिव की पूजा अर्चना में अलग अलग कस्ट के निवारण के लिए अलग-अलग चीजों से अभिषेक करने की परंपरा रही है जिसमें मुख्य तौर पर दूध दही घी शहद शक्कर गंगाजल बेलपत्र भांग विभिन्न प्रकार के रस सुगंध और पुष्पों का उपयोग किया जाता है जहां तक तिल के विषय में बात की जाए तो अच्छे स्वास्थ्य की कामना और शनि के प्रभाव से बचने के लिए साढ़ेसाती ढैया या शनि की महादशा मैं पढ़ने वाले दुष्प्रभाव से बचने के लिए भगवान शिव से प्रार्थना करते समय काले तिल का उपयोग प्रार्थना के समय किया जाता है ऐसा माना जाता है कि भगवान शिव सभी प्रकार के कष्टों से मुक्ति प्रदान कर वांछित फल देने वाले शीघ्र प्रसन्न होने वाले महादेव है
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आज का दैनिक राशिफल ज्यो पं चंदन श्याम नारायाण व्यास पंचांगकर्ता के साथ

मेष:- कम बोलें अच्छा बोलें। शत्रु भी प्रशंसा करेंगे। बाहरी विवादों का असर परिवार पर न होने दें।वैवाहिक जीवन में शांति रहेगी। मान-प्रतिष्ठा बढ़ेगी। न्याय पक्ष उत्तम रहेगा।
वृषभ:- सोच के परे कार्य होने से परेशानी बढ़ सकती है। लाभ के अवसर मिलेंगे। कार्यस्थल का वातावरण पक्ष में होगा। विवादों में मौन ही लाभदायक होगा। अपने से बड़ों का आदर करें।

मिथुन:- नौकरी में अशांति का वातावरण बनने के योग हैं। स्वास्थ्य कमजोर रहेगा। फिजूल खर्च बढ़ेंगे। धोखा होने की आशंका है। पुराने रोग उभरने की संभावना है। सम्भल कर रहें।
कर्क:- दिन चिंताजनक व्यतीत हो रहे हैं। मानसिक पीड़ा हावी रहेगी। पर इष्ट बल पर मजबूत रखें ।आर्थिक निवेश से लाभ के आसार हैं। सन्तान के स्वास्थ में सुधार होगा।

सिंह:- दिन की शुरुआत आनंददायक रहेगी। पुराने मित्र से मुलाकात से लाभ के योग हैं जो शुभ रहेगा। शत्रु परास्त होंगे। यात्रा के योग हैं। स्वांस् से सम्बंधित रोग से ग्रसित रह सकते हैं।
कन्या:- समय के साथ अपने आचार विचार में बदलाव करना पड़ेगा। सुख शांती चाहते हो तो स्वयम् के व्यवहार को बदलना पड़ेगा,मुश्किल है पर नामुमकिन नहीं । लाभ के अवसर बढ़ेंगे।

तुला:- अपने आप पर विश्वास रखो दूसरों के भरोसे न रहें। आलस्य से बड़ा कोई शत्रु नहीं है। सजग रहें सतर्क रहें । स्वास्थ्य ठीक होगा। व्यय बढ़ेंगे।
वृश्चिक:- अपनी दिनचर्या में बदलाव लाएं। यश कीर्ति में वृद्धि होगी। कारोबार में लाभ बढ़ेगा। संतान पर ध्यान रखने की आवश्यकता है। अपने व्यवहार में नम्रता लाने की आवश्यकता है। वाहन सुख मिलेगा।

धनु:- दिन की शुरुवात शुभ संकल्पों से होगी।नए कारोबार में लाभ की आशंका कम हे।माता पिता के स्वास्थ्य में लाभ होगा।कैरियर में निराश न हों, समय बदलेगा। नए आवास के योग बन रहे हे।
मकर:- आपके काम करने के तरीको में सुधार की जरूरत है। आज धनागमन सहज होगा। लाभ होगा, स्वास्थ्य ठीक रहेगा। कारोबार में विवाद शांत होंगे। समय बदलेगा। वाहन खरीदने के योग बन रहे हैं।
कुम्भ:- कार्यस्थल पर स्थिति आप के पक्ष में बनेगी। परिवार में बुजुर्गो की स्वास्थ्य समस्या बढ़ेगी। नौकरी में विवाद शांत होंगे। लाभ के अवसर मिलेंगे। घर पर शांति बनाए रखें।

मीन:- अपने पराये में फर्क समझें। ‍दिनचर्या नियंत्रित रखें। बोलने से पहले विचार करें। किसी दूर के मित्र से मुलाकात फायदेमंद साबित होगी। दूसरों के निजी मामलो में बोलना बन्द करें।
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ग्रह-नक्षत्र ज्योतिर्विद: पंडित घनश्यामलाल स्वर्णकार के साथ
शुभ वि. सं: 2080
संवत्सर का नाम: पिङ्गल
शाके सम्वत: 1945
हिजरी सम्वत: 1444
मु. मास: जिल्काद-27
अयन: उत्तरायण
ऋ तु: ग्रीष्म
मास: आषाढ़
पक्ष: कृष्ण

शुभ मुहूर्त: उपर्युक्त शुभाशुभ समय, तिथि, वार, नक्षत्र व योगानुसार आज किसी शुभ व मांगलिक कार्यादि शुभ व शुद्ध मुहूर्त नहीं हैं। चतुर्दशी रिक्ता संज्ञक तिथि प्रात: 09-12 बजे तक, तदन्तर अमावस्या तिथि प्रारम्भ हो जायेगी। कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी व अमावस्या दोनों तिथियों में शुभ व मांगलिक कार्य वर्जित कहे गए हैं। चतुर्दशी तिथि में शत्रु मर्दन, अग्नि विषादिक कार्य व शस्त्रादि दूषित कार्य सिद्ध होते हैं। अमावस्या तिथि में स्नान, दान, श्राद्ध व पितृ कार्यादि करने चाहिए।
श्रेष्ठ चौघडिय़ा: आज प्रात: 07-20 बजे से प्रात: 09-02 बजे शुभ तथा दोपहर 12-28 बजे से सायं 05-36 बजे तक क्रमश: चर, लाभ व अमृत के श्रेष्ठ चौघडि़ए हैं एवं दोपहर 12-00 बजे से दोपहर 12-54 बजे तक अभिजित नामक श्रेष्ठ मुहूर्त है, जो आवश्यक शुभकार्यारम्भ के लिए अत्युत्तम हैं।
दिशाशूल: शनिवार को पूर्व दिशा की यात्रा में दिशाशूल रहता है। चंद्र स्थिति के अनुसार आज दक्षिण दिशा की यात्रा लाभदायक व शुभप्रद है।
राहुकाल: प्रात: 9-00 बजे से प्रात: 10-30 बजे तक राहुकाल वेला में शुभकार्यारम्भ यथासंभव वर्जित रखना हितकर है। चंद्रमा: चंद्रमा अन्तरात 05-13 बजे तक वृष राशि में, तदन्तर मिथुन राशि में होगा।
नक्षत्र: रोहिणी ‘‘ध्रुव व ऊध्र्वमुख’’ संज्ञक नक्षत्र सायं 04-25 बजे तक, तदन्तर मृगशिर ‘‘मृदु व तिडंकर्यमुख्’’ संज्ञक नक्षत्र है। यदि तिथ्यादि शुभ व ग्रह्य हो तो रोहिणी व मृगशिर नक्षत्रों में सभी शुभ व मांगलिक कार्य शुभ होते हैं, पर तिथि शुभ नहीं है।
योग: शूल नामक नैसर्गिक अशुभ योग रात्रि 01-01 तक, तदुपरान्त गण्ड नामक नैसर्गिक अशुभ योग है। गण्ड नामक योग की प्रथम 6 घटी शुभकार्यों में त्याज्य है।

विशिष्ट योग: सर्वार्थसिद्धि व अमृतसिद्धि नामक शुभ योग सूर्योदय से सायं 4-25 तक है। करण: शकुनि नामकरण प्रात: 09-12 बजे तक, तदन्तर चतुष्पद व नाग आदि नामकरण क्रमश: हैं।
व्रतोत्सव : आज पितृ कार्यामावस्या तथा रोहिणी व्रत (जैन) हैं।

आज जन्म लेने वाले बच्चे
आज जन्म लेने वाले बच्चों के नाम (वि, वु, वे, वो, क) आदि अक्षरों पर रखे जा सकते हैं। अन्तरात 05-13 बजे तक जन्मे जातकों की जन्म राशि वृष व इसके बाद जन्मे जातकों की जन्म राशि मिथुन है। वृष राशि के स्वामी शुक्र व मिथुन राशि के स्वामी बुध हंै। इनका जन्म स्वर्णपाद से है। सामान्य: ये जातक सुन्दर, आकर्षक, सत्य व मधुर भाषी, जनप्रिय, कार्यपटु, कलाकार, बुद्धिमान और दृढ़ प्रतिज्ञ होते हैं। इनका भाग्योदय लगभग 28 वर्ष की आयु तक होता है। वृष राशि वाले जातकों को शुभापेक्षित कार्यों में सफलता मिलेगी। विवाह योग्य युवक-युवतियों के विवाह में आ रही बाधाएं दूर होगी। कार्य-सम्पन्न होंगे।

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