कुछ जिले राजस्व आय के लिहाज से समृद्ध हैं। अनुभवी नौकरशाहों का कहना है कि अच्छे विजन वाले ऊर्जावान अधिकारियों को इन जिलों की कमान सौंपी जाए, तो कई नए जिले न केवल अपने लिए बल्कि आसपास के जिलों में भी लोगों की आय बढ़ाने वाले बन सकते हैं।
जनता बोली- नागौर जिला क्षेत्रफल की दृष्टि से प्रदेश का पांचवा बड़ा जिला और जनसंख्या की दृष्टि से चौथा बड़ा जिला है।
जिला बनने का आधार- नावां, परबतसर, लाडनूं, कुचामन व मकराना 125 से 170 किमी दूर।
संभावित क्षेत्र- लाडनूं, डीडवाना, नावां, मकराना व परबतसर विधानसभा क्षेत्र।
संभावित आबादी- करीब 20 लाख
डीडवाना-कुचामन
नया जिला-नई पहचान: पांच जिले दूसरी बार टूटेंगे, आठ जिले पहली बार
नए जिलों की स्थिति को लेकर पड़ताल:
बालोतरा-
संभावित आबादी – लगभग 10.40 लाख
संभावित क्षेत्र- बालोतरा, पचपदरा, सिवाणा आदि
जिला बनाने का आधार- बाड़मेर से अंतिम छोर के गांव 165 से 170 किमी दूर।
सांचौर-
संभावित आबादी-11 लाख
संभावित क्षेत्र- सांचौर व चितलवाना, भीनमाल, रानीवाड़ा, गुढ़ामलानी, धौरीमन्ना व चौहटन क्षेत्र।
जिले बनने का आधार- रणखार की दूरी 243 किमी।
नीमकाथाना-
संभावित आबादी-15 लाख
संभावित क्षेत्र-नीमकाथाना, खंडेला व खेतड़ी के आसपास का क्षेत्र।
जिला बनने का आधार- अंतिम छोर का हसामपुर सीकर से 115 किमी दूर है।
अनूपगढ़-
संभावित आबादी-9 लाख
संभावित क्षेत्र- अनूपगढ़, घड़साना, रावला, खाजूवाला रायसिंहनगर, विजयनगर।
जिला बनाने का आधार- श्रीगंगानगर से कुछ उप तहसील 175 किमी दूर।
ब्यावर-
संभावित आबादी-15 लाख
क्षेत्र- ब्यावर, बिजयनगर, मसूदा, आसींद, बदनोर, भीम, रायपुर व जैतारण।
जिले बनने का आधार- जिला मुख्यालय से दूरी काफी अधिक।