वहीं पार्किंग की जगह भी चिन्हित नहीं हो सकी है। इसलिए फिलहाल मंदिर को खोलने की तिथि तय नहीं हो सकी है। खाटू श्याम मंदिर के रोजाना 20 हजार भक्त दर्शन करते हैं और देवउठावनी एकादशी पर यह संख्या 10 लाख पार कर जाती है। पिछले साल इस मौके पर भगदड़ मच गई थी। इसके कारण कई लोगों को अपनी जान गवानी पड़ी थी।
11 फरवरी को फिर होगी बैठक
जिला कलक्टर ने सभी विभागों को शनिवार तक काम पूरा कराने के निर्देश दिए है। कलक्टर ने कहा कि शनिवार को व्यवस्थाओं का रिव्यू करेंगे। बाबा श्याम का वार्षिक मेला 22 फरवरी से शुरू होना है। पिछले मेले में हुए हादसे के बाद मंदिर कमेटी और जिला प्रशासन ने व्यवस्थाओं के लिए विस्तार का काम शुरू किया। इस वजह से पिछले लगभग ढ़ाई महीने से मंदिर बंद है। इधर, इस साल के वार्षिक मेले में कई व्यवस्थाएं बदली हुई नजर आएंगी।
13 नवंबर से बंद है मंदिर
गौरतलब है कि मंदिर कमेटी ने फाल्गुन के मेले से पहले व्यवस्था बेहतर करने के लिए कई निर्माण कार्य करा रही है। ऐसे में अभी कुछ काम बाकी है। भक्तों के लिए आसान दर्शन व्यवस्था करने के लिए 13 नवंबर 2022 को रात 10 बजे से खाटूश्याम मंदिर को अगले आदेशों तक दर्शनों के लिए पूरी तरह से बंद कर दिया गया था।