संभव है भविष्य में यह गंगोत्री-यमुनोत्री में भी लागू कर दिया जाए। बीकेटीसी के सीइओ बीडी सिंह के मुताबिक, बगरू प्रिंट के कुर्ते और ओढऩी बनाने वाले राजस्थान उत्पादकों से समिति की बातचीत चल रही है। किसी भी उत्पादक को काम देने से पहले समिति की पहली शर्त यह है कि चमोली जिले में एक यूनिट की स्थापना करे और यहां के स्थानीय लोगों को नौकरी दी जाए।
बीडी सिंह ने बताया कि इस प्रयास से सालाना लगभग 40 करोड़ की आय संभव है। यात्रा में ड्रेस कोड़ के रूप में लागू किए जाने वाले परिधानों की कीमत 400 रुपए प्रति परिधान होगी। यह व्यवस्था श्रद्धालुओं का खर्च बढ़ाने के लिए नहीं है।
हेलिकॉप्टर सेवा शुरू केदारनाथ धाम के लिए गुरुवार को 5 कंपनियों की ओर से हेलिकॉप्टर सेवा शुरू की गई। सुबह 6:30 बजे गुप्तकाशी व अन्य हेलिपैड से धाम के लिए उड़ान भरी गई। कई राज्यों से बड़ी संख्या में श्रद्धालु हेली सेवा शुरू होने की प्रतीक्षा कर रहे थे।
– 40 करोड़ रुपए सालाना आय की संभावना – 400 रुपए प्रति परिधान होगी कीमत खासियत : भक्तिमय हो जाएगा माहौल राजस्थान बगरू प्रिंट के परिधानों की खासियत है कि केसरिया रंग में चारधाम के अधिपतियों का जयघोष अंकित है। मसलन हर हर गंगे, जय केदार बाबा, जय केदारनाथ।
ड्रेस कोड: बिना इसके प्रवेश पर पाबंदी केदारनाथ-बदरी विशाल में ड्रेस कोड लागू करने के लिए बीकेटीसी की ओर से आदेश जारी किया जाएगा। इसके बाद धाम में वही व्यक्ति प्रवेश कर पाएगा, जिसने उक्त परिधान पहने होंगे।
सप्ताहभर में पहुंचे एक लाख श्रद्धालु इस बार चारधाम यात्रा में श्रद्धालुओं का आंकड़ा सप्ताहभर में एक लाख पार कर गया है। वर्ष 2018 में चारधाम यात्रा 18 अप्रैल को शुरू हो गई थी। इस दौरान श्रद्धालुओं का आंकड़ा 28 लाख को पार कर गया था। यह वर्ष 2012 के बाद उत्तराखंड के चार धामों में पहुंचने वाले यात्रियों की सबसे बड़ी संख्या थी। ऐसे में आय का अंदाजा सहज ही लगाया जा सकता है।