मां कात्यायनी मनपसंद पति का आशीर्वाद देती हैं। ज्योतिषाचार्य पंडित नरेंद्र नागर बताते हैं कि श्रीकृष्ण जैसा वर पाने के लिए गोपियों ने यमुना के तट माता कात्यायनी की ही उपासना की थी। इसलिए कुंवारी कन्याओं को शीघ्र विवाह व इच्छित वर की प्राप्ति के लिए माता कात्यायनी की पूजा जरूर करनी चाहिए।
गोधूलि वेला में पीले वस्त्र पहनकर मां कात्यायनी के समक्ष घी का दीपक जलाकर उन्हें लाल या पीले फूल चढ़ाएं। उन्हें पान में शहद लगाकर अर्पित करें और इसके बाद हल्दी की 3 गांठें भी अर्पित करें। इसके बाद मां कात्यायनी की प्रसन्नता के लिए गोपियों के इस मंत्र का जाप करें—
कात्यायनी महामाये, महायोगिन्यधीश्वरी।
नन्दगोपसुतं देवी, पति मे कुरु ते नमः।।
बाद में हल्दी की गांठों को पूजाघर में ही रख दें।
कात्यायनी महामाये, महायोगिन्यधीश्वरी।
नन्दगोपसुतं देवी, पति मे कुरु ते नमः।।
बाद में हल्दी की गांठों को पूजाघर में ही रख दें।