Karanapur Election Result : वर्ष 2013 में भी जनता ने पलटा था पासा, जानें राजस्थान की उस विधानसभा सीट का नाम
Karanapur Assembly Election Result : करणपुर विधानसभा चुनाव रिजल्ट ने सभी को चौंका दिया। राजस्थान की राजनीति में एक बार फिर से इतिहास पलटा गया है। वर्ष 2013 में कुछ ऐसा ही हुआ था। राजस्थान की उस विधानसभा सीट का नाम और उस भाजपा विधायक का नाम जानिए। बहुत ही रोचक कहानी है….
करणपुर विधानसभा चुनाव रिजल्ट के बाद भाजपा के नेता और कार्यकर्ता बिल्कुल खामोश हो गए हैं। न कोई बयान न कोई हो-हल्ला। राजस्थान के श्री गंगानगर जिले की करणपुर विधानसभा सीट पर भाजपा की सारी रणनीति फेल हो गई। करणपुर विधानसभा सीट से कांग्रेस के रुपिंदरपाल सिंह कुन्नर की जीत ने कांग्रेस में प्राण-वायु का संचार कर दिया है। वहीं विधानसभा चुनाव 2023 जीतने के बाद और सरकार बनाने के बाद भी भाजपा को करणपुर की हार अखर रही है। करणपुर विधानसभा सीट से भाजपा के प्रत्याशी सुरेंद्रपाल सिंह टीटी थे। भजनलाल सरकार ने उनकी जीत को पक्का करने के लिए उन्हें राज्यमंत्री भी बनाया था। पर हार के बाद टीटी का पद अब जाने ही वाला है।
कुछ इससे मिलती जुलती कहानी वर्ष 2013 में भी घटित हुई थी। उस वक्त भी जनता ने पासा पलट दिया था। राजस्थान में साल 2013 में भाजपा सरकार बनी थी। तब भाजपा ने वसुंधरा राजे के बेहद नजदीकी नेता दिगम्बर सिंह को झुंझुनूं जिले की सूरजगढ़ विधानसभा सीट से चुनाव लड़वाया था। पर कांग्रेस के श्रवण कुमारा ने दिगम्बर सिंह को हरा दिया था।
दिगम्बर सिंह को मुंह की खानी पड़ी, श्रवण कुमारा जीते
खास बात ये थी कि विधानसभा चुनाव 2013 में डॉ. दिगम्बर सिंह भरतपुर जिले के डीग-कुम्हेर सीट से चुनाव हार गए थे। सूरजगढ़ से भाजपा की विधायक संतोष अहलावत थी। जिन्हे भाजपा आलाकमान ने लोकसभा चुनाव लड़ाया और वो सांसद बन गई। इसके बाद सूरजगढ़ विधानसभा सीट रिक्त हो गई। तब दिगम्बर सिंह को सूरजगढ़ से चुनाव लड़ाने का मौका दिया गया। भाजपा के कई दिग्गज नेताओं ने जमकर चुनाव प्रचार किया। पर जनता को दिगम्बर सिंह का जीतना गंवारा न था। तो जनता भाजपा के खेले सभी पांसे पलट दिए और सूरजगढ़ विधानसभा सीट से कांग्रेस के श्रवण कुमारा को जीत का सेहरा पहनाया।
करणपुर चुनाव के रिजल्ट ने 10 साल पुरानी यादें फिर ताजा कर दिया। राजस्थान सीएम भजनलाल शर्मा ने सुरेंद्र पाल सिंह टीटी को स्वतंत्र प्रभार का राज्य मंत्री बनाया था और एक—दो नहीं चार मंत्रालय दे दिए। पर सब बेकार रह गया, जनता ने कांग्रेस के रुपिंदरपाल सिंह कुन्नर को वोट देकर विधायक बनाया। रुपिंदरपाल सिंह कुन्नर ने भाजपा प्रत्याशी सुरेंद्र पाल सिंह टीटी को 11261 वोटों से हराया। रुपिंदरपाल सिंह कुन्नर को 94761 और सुरेंद्रपाल सिंह टीटी को 83500 वोट मिले।