राजेंद्र राठौड़ ने तत्कालीन कांग्रेस सरकार पर तुष्टिकरण की नीति अपनाने का आरोप लगाते हुए कहा कि उस समय आरोपियों के खिलाफ ढीला रवैया अपनाया और सजा दिलाने में गंभीरता नहीं दिखाई। जब सुप्रीम कोर्ट ने मुंबई आतंकी हमले में अजमल कसाब को फांसी की सजा सुनाई, तो तत्कालीन यूपीए सरकार ने 6 साल तक उसे क्यों बचाए रखा?
कन्हैयालाल हत्याकांड के आरोपियों को पकड़वाने में शक्ति सिंह व प्रहलाद की भूमिका रही, लेकिन तत्कालीन सरकार ने उनकी सुरक्षा को नजरअंदाज किया? भाजपा सरकार का संकल्प स्पष्ट है-दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा दिलाना। गुनहगारों को सजा मिलकर रहेगी, चाहे वह कोई भी हो।
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