Jaipur Literature Festival 2025: इस बार सस्ती टिकटों के साथ मिलेगा एंट्री का मौका
यूट्यूब पर करूंगी वापसी
प्राजक्ता कोली ने बताया कि ऐसा नहीं कि मैंने यूट्यूब से किनारा कर लिया है। जल्द ही मैं यूट्यूब पर लौटूंगी और दर्शकों को फिर से दीदार दूंगी। उन्होंने कहा कि यूट्यूब टीआरपी का खेल है। इसमें उतार-चढ़ाव आते रहते हैं। इसके बावजूद मैं अपने काम को लेकर सजग रहती हूं।जयपुर से बचपन से रहा नाता
उन्होंने कहा कि जयपुर उनके लिए नया नहीं है। उनका बचपन से यहां आना रहा है। मेरी नानी हिंडौन सिटी की रहने वाली हैं। इस सिलसिले में उनसे मिलना-जुलना होता रहा है। साथ ही सिटी पैलेस म्यूजियम भी घूमना रहा। जहां पर राजमाता गायत्री देवी की साड़ी ने काफी आकर्षित किया था। प्राजक्ता ने बताया कि मैं सबसे ज्यादा क्रिएटर कहलाना पसंद करती हूं। मुझे तब से अब में सबसे ज्यादा केयर फ्री होना अच्छा लगता है।Jaipur Literature Festival 2025: ‘मौसी से प्यार करो, लेकिन अम्मा की कीमत पर नहीं…
मम्मी और दादी से प्रभावित
प्राजक्ता कोली का कहना था कि उनके जीवन में महिलाओं का काफी अधिक प्रभाव रहा है। जिसमें मेरी मम्मी और दादी मुझे हमेशा प्रभावित करती रही हैं। इसके अलावा एक पाकिस्तानी लड़की आयशा भी उन्हें प्रेरणा देती हैं। उन्होंने कहा कि मैंने अपनी जर्नी के 10 साल पूरे कर लिए हैं। आज भी यह यात्रा जारी रखना चाहती हूं। नॉवल ’टू गुड टू बी ट्रू’ पर बात करते हुए उन्होंने कहा कि मुझे उम्मीद है कि यह नॉवल दर्शकों को जरूर पसंद आएगा। इस नॉवल को लिखने में 13 महीनों से ज्यादा समय लगा है।Hindi News / Jaipur / JLF 2025: कभी नहीं लगा कि मैं लिख पाऊंगी, लेकिन मैंने यह कर दिखाया: प्राजक्ता कोली