यह भी पढें : दिवाली के अरमानों को ट्रक ने कुचला, कॉलेज को निकली छात्रा हुई हादसे का शिकार जानकारी के अनुसार सेना ने दो ट्रक तो पहले से ही रास्ता बंद करने के लिए लगा रखे हैं लेकिन सुबह 7 बजे सेना द्वारा एक और ट्रक वहां खड़ा कर दिया गया। इसके बाद एक ट्रक में सेना पुलिस के 10 जवान दीवार बनाने के लिए सीमेंट, बजरी और रोड़ी आदि सामान ले आए जिसका धरने पर बैठीं महिलाओं ने विरोध किया। इस पर सेना पुलिसे के हवलदारों द्वारा महिलाओं से अभद्रता की।
यह भी पढें : बस्ती में गरजे बुलडोजर, खाली दिखने लगा ‘खड्डा’ प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार जवानों ने महिलाओं को वहां से जाने के लिए धमकाया। इसके बाद कॉलोनी के अन्य लोग मौके पर पहुंचे। सूचना मिलने के बाद कांग्रेस नेता विक्रम सिंह, पार्षद मंजू शर्मा, बजरंग सिंह कुमावत और झोटवाड़ा थानाप्रभारी गुर भूपेन्द्र सिंह मय जाब्ते के मौके पर पहुंचे और आपसी समझाइश से मामला शांत करवाया।
यह भी पढें : जेवीवीएनएल ने यह क्या किया, जनता से ही मांग लिया दिवाली का बोनस पहले भी कर चुके शिकायत इस घटना के बाद गुस्साई महिलाओं ने मौके पर आए थाना प्रभारी को सेना पुलिस के एक हवलदार के खिलाफ शिकायत दी। लोगों ने बताया कि तीन माह पूर्व भी ऐसे ही सेना के अफसर ने महिलाओं से बदसलूकी की थी जिसकी शिकायत मिनिस्ट्री ऑफ डिफेंस को की हुई है।
यह भी पढें : इस दिवाली जयपुर के बाजार में नोट आ रहे कम, खरीदारी में प्लास्टिक मनी का उपयोग अधिक सेना द्वारा रास्ता बंद करने के विरोध में स्थानीय लोग पिछले 68 दिनों से जन चेतना विकास समिति के बैनर तले धरने पर बैठे हैं। लोगों का विरोध सेना द्वारा डेढ़ सौ साल पुराने आम रास्ते को बंद करने को लेकर है। स्थानीय लोगों ने बताया कि ये रास्ता बंद होने से विद्यार्थियों को परेशानी हो रही है।