यह भी पढें : जीएसटी के बीच श्राद्ध पक्ष गुजरा, अब छटेंगे मन्दी के बादल, नवरात्र से आएगी बाजार में खुशहाली जेडीए का पहला बुलडोजर सुबह 7.49 पर गोपालपुरा मोड पर दोनों तरफ से शुरू हुआ। इसके बाद देखते ही देखते दर्जनों जेसीबी, लोकोंडा और अन्य संसाधनों से जेडीए की टीम ने एक के बाद एक निर्माण तोडने शुरू कर दिए। जेडीए की इस कार्रवाई की जद में 450 दुकानें और व्यावसायिक संस्थान आ रहे हैं। दर्जनों व्यापारियों ने जेडीए की कार्रवाई शुरू होने के बाद अपने बचे हुए सामानों को वहां सेे हटाना शुरू किया। इनमे महिलाएं भी शामिल थी।
यह भी पढें : इस बार जयपुर में दीवाली पर कम नजर आएंगी पटाखों की दुकानें! कार्रवाई से पहले नारेबाजी दुकानें-निर्माण हटता देख लोगों की आंखों से आंसू आ गए। गोपालपुरा पुलिस चौकी के पास महिलाएं सड़क पर बैठ गई और सरकार और जेडीए के विरोध में जमकर नारेबाजी की। इनमे व्यापार मंडल के पदाधिकारी भी शामिल थे। मौके पर मौजूद पुलिस बल ने उन्हें वहां से हटाया। जेडीए की कार्रवाई सुबह 8 बजे से निर्धारित थी। इससे पहले सुबह करीब 6 बजे से ही वहां पुलिस बल तैनात था। गोपालपुरा पुलिस चौकी पर बड़ी संख्या में व्यापारी और स्थानीय लोग जमा हो गए। इसके बाद पुलिस ने गोपालपुरा मोड और पुलिस चोकी के बीच दोनों तरफ के रास्ते को बंद करवा दिया। यहां यातायात डायवर्ट किया गया।
यह भी पढें : जिन कर्मचारियों के घर में शौचालय नहीं, उनका रुकेगा वेतन एटीएम तोड़ा तो उसमे निकले लाखों रुपए के नोट कार्रवाई के दौरान एक बैंक की लापरवाही भी सामने आई। इंडसइंड बैंक का गोपालपुरा मोड़ के पास लगा एटीएम भी हटाकर सडक पर ले आए। दस्ते ने उसे हटाने के बाद ट्रैक्टर-ट्रॉली में मलबे के साथ डाल लिया। जैसे ही दस्ते को एटीएम होने का पता चला तो उन्होंने उसे वापस उतार दिया। मौके पर पहुंचे एटीएम में नकदी डालने वाली कंपनी के प्रतिनिधियों ने टूटे-फूटे एटीएम की कैश रैक से नकदी निकाली। एक अनुमान के तहत एटीएम में करीब 5 लाख रुपए थे।