जयपुर

समान नागरिक संहिता आज की आवश्यकता और अनिवार्य : अश्विनी उपाध्याय

समान नागरिक संहिता देश के लिए अनिवार्य रूप से आवश्यक है। अश्विनी उपाध्याय ने जन संवाद कार्यक्रम जयपुर में रखे अपने विचार।

जयपुरJul 10, 2023 / 07:19 pm

Sanjay Kumar Srivastava

अश्विनी उपाध्याय जन संवाद कार्यक्रम

देश में अब तक यूनिफॉर्म सिविल कोड को लेकर 8.50 लाख ज्यादा लोग अपने सुझाव दे चुके हैं। समान नागरिक संहिता आज की आवश्यकता और अनिवार्य रूप से आवश्यक है। यह बात मुख्य वक्ता के रूप में सुप्रीम कोर्ट अधिवक्ता अश्विनी उपाध्याय ने रविवार को मॉडर्न स्कूल, शिप्रा पथ मानसरोवर जयपुर में समान नागरिक संहिता पर आयोजित जन संवाद कार्यक्रम के दौरान कही। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि के रूप में संघ के वरिष्ठ प्रचारक कैलाश चंद्र व विशिष्ठ अतिथि के रूप में भाजपा नेता एवं यूथ हॉस्टल एसोसिएशन ऑफ इंडिया राजस्थान इकाई के प्रदेशाध्यक्ष पराक्रम राठौड़ उपस्थित रहे।


UCC के बताए कई फायदे

कार्यक्रम में मुख्य वक्ता अश्विनी उपाध्यय ने समान नागरिक संहिता को लेकर होने वाले कई फायदे के बारे में विस्तृत रूप से चर्चा कर कहा कि जो भी सांसद, विधायक देश के संविधान की आत्मा के समान आर्टिकल 44 (समान नागरिक संहिता) का विरोध कर रहे हैं। वह गलत है ऐसा कर वह देश के विकास में अवरोध पैदा कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि भारत में आज हजारों बांग्लादेशी घुसपैठियों को गलत ढंग से नागरिकता मिला जाती है क्योंकि हमारे यहां का कानून लचीला है। घुसपैठियों को बड़ी आसानी से बॉर्डर पार करा दिया जाता है। ऐसा समय रहत रोकना जरूरी है और इसके लिए हमें समान नागरिक संहिता को देश में लागू करना बेहद जरूरी है।

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UCC का अर्थ एक समान कानून व्यवस्था – कैलाश चंद्र

कार्यक्रम में संघ के प्रचार वरिष्ठ प्रचारक कैलाश चंद्र ने कहा कि समान नागरिक संहिता का मतलब है कि देश में सभी नागरिकों के लिए एक समान कानून व्यवस्था। भारत जैसे विविधता वाले देश में सभी नागरिकों को अपने अपने धर्मों के हिसाब से जीने की आजादी है।

राष्ट्र की सुरक्षा के लिए खतरा है धर्मांतरण – पराक्रम राठौड़

कार्यक्रम में पराक्रम राठौड़ ने कहा कि आज देश में धर्मांतरण तेजी से बढ़ रहा है। जो राष्ट्र की सुरक्षा के लिए खतरा है। इसके लिए सरकार को कड़े कानून बनाए जाने चाहिए ताकि ऐसे कार्यों पर रोक लगे। देश की एकताए अखंडता और भाईचारे के लिए समान अचार संहिता जरूरी है। ताकि सभी धर्मों और समुदायों की अच्छी परंपराओं के साथ देश विकास के पथ पर निरंतर अग्रसर होता रहे।

कार्यक्रम में भारी भीड़

इस अवसर पर कार्यक्रम संयोजक प्रकाश शर्मा, विश्व हिंदू परिषद केंद्रीय अधिकारी जुगल किशोर, डा. शिव गौतम, मानक, भाजपा नेता, पार्षद गण व प्रवासी प्रबुद्धजनों, समाजसेवियों और पत्रकारों सहित बड़ी संख्या में गणमान्य नागरिक मौजूद रहे।

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