यह भी पढें : पति के बाद अनामिका ने भी ली दीक्षा, बनी साध्वी अनाकारश्री, भाई-भाभी ने लिया इभ्या को गोद वेबसाइट पर भी साइकिल की बुकिंग हो रही है। वहीं कुछेक होटल्स से भी पर्यटक साइकिल से शहर की सैर करने के लिए निकल रहे हैं। एक वेबसाइट के कुशल राठौड़ ने बताया कि सुबह तीन घंटे की ट्रिप में परकोटा के उन क्षेत्रों को दिखाया जाता है, जहां पर कार नहीं पहुंच सकती। वे बताते हैं कि यूरोपीय देशों से आने वाले पर्यटक साइकिल से घूमना अधिक पसंद करते हैं। राजस्थान ट्यूरिस्ट गाइड ऐसोसिएशन के उपाध्यक्ष अरुण त्यागी ने बताया कि बीते एक दो साल में साइकिल की डिमांड बढ़ी है। ट्यूरिस्ट सीजन में 200 से 250 पर्यटक साइकिल की सवारी करते हैं।
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बातचीत के दौरान स्वीकार किया कि युवा पर्यटक साइकिल की सवारी करना ज्यादा पसंद करते हैं। पर्यटकों का कहना है कि साइकिल से घूमने पर कई नई चीजें पता चलीं। शहर के कल्चर और लोगों को करीब से जान पाते हैं और इससे खर्चा भी कम होता है। शहर को पॉल्यूशन फ्री रखने के लिए यह बेस्ट है।
बातचीत के दौरान स्वीकार किया कि युवा पर्यटक साइकिल की सवारी करना ज्यादा पसंद करते हैं। पर्यटकों का कहना है कि साइकिल से घूमने पर कई नई चीजें पता चलीं। शहर के कल्चर और लोगों को करीब से जान पाते हैं और इससे खर्चा भी कम होता है। शहर को पॉल्यूशन फ्री रखने के लिए यह बेस्ट है।
यह भी पढें : किसने बनाए बांग्लादेशियों के स्थानीय पहचान पत्र किराए पर मिलती साइकिल होटलों की बात करें तो यहां पर पर्यटकों को साइकिल नि:शुल्क उपलब्ध कराईं जाती हैं। वहीं रामगढ और रामगंज इलाके में कुछ लोग साइकिल किराए पर देते हैं। प्रति व्यक्ति किराया 200 से 500 रुपए का होता है।
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-स्ट्रीट टूरिज्म के बारे में मिलती जानकारी
-पॉल्यूशन भी नहीं होता
-सेहत के हिसाब से भी बेहतर
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