जयपुर स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट को मूर्त रूप देने के लिए 12 मार्च 2016 को जयपुर स्मार्ट सिटी लिमिटेड का गठन किया गया। नगर निगम के तत्कालीन आयुक्त आशुतोष एटी पेढणकर को कार्यवाहक मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीइओ) बनाया गया। इनके बाद 28 अप्रैल 2017 को वी सरवन कुमार को जेएससीएल का सीइओ नियुक्त किया गया। पांच महीने बाद ही 3 नवम्बर 2016 को वी सरवन कुमार को हटाकर जेएससीएल की कमान संदेश नायक के हाथ में दी गई। लेकिन संदेश नायक भी यहां 7 महीने तक टिक सके और 19 मई 2017 को उन्हें यहां से हटा दिया गया। संदेश नायक को हटाकर जेएससीएल की अतिरिक्त जिम्मेदारी निगम आयुक्त रवि जैन को सौंपी गई। इसके बाद आइएएस अधिकारी सुरेश ओला को सीइओ नियुक्त् किया गया। सुरेश ओला के बाद आइएएस अफसर आलोक रंजन को स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट की जिम्मेदारी दी गई। लेकिन किसी भी अधिकारी के कार्यकाल में स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट तेजी नहीं पकड़ सका। अब आइएएस अधिकारी लोक बंधु को नया सीइओ बनाया गया है।
जयपुर स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के लिए करीब 2,400 करोड़ रूपए के डवलपमेंट एवं स्मार्ट कार्य प्रस्तावित किए गए। जयपुर में किशनपोल बाजार को एरिया बेस्ड डवलपमेंट (एबीडी) के लिए चुना गया। किशनपोल बाजार को स्मार्ट बनाने के लिए 2,400 करोड़ रूपए में से 1,500 करोड़ रूपए खर्च किए जाने हैं। स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के अब तक हुए ज्यादातर कार्यों में किशनपोल बाजार में चल रहे हैं। जयपुर शहर में स्मार्ट सिटी मिशन के तहत 420 करोड़ के कार्यों में से कुछ पूरे हो गए हैं और कुछ चल रहे हैं। इनमें किशनपोल बाजार का जीणोद्धार, रूफटाॅप सोलर प्रोजेक्ट, स्कूलों में स्मार्ट क्लासरूम, राजस्थान स्कूल आॅफ आर्ट का जीर्णोद्धार, स्मार्ट टाॅयलेट्स और बाइसाईकिल शेयरिंग प्राजेक्ट का काम चल रहा है। चारदीवारी के भीतर बरामदों की मरम्मत, गंदी गलियों की मरम्मत जयपुरिया हाॅस्पिटल, चौगान स्टेडियम और चांदपोल अनाज मंडी में मल्टीलेवल पार्किंग का निर्माण चल रहा है। स्मार्टसिटी प्रोजेक्ट के तहत अब तक हुए कार्यों में से ज्यादातर किशनपोल बाजार, चांदपोल बाजार और चारदीवारी क्षेत्र में ही करवाए जा रहे हैं। 25 जून 2016 को जयपुर में लॉन्च किया गया 2400 करोड़ का स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट 3 साल की अवधि में 2019 के आखिर तक पूरा होना था। लेकिन 3 साल बीतने के बाद अब तक सिर्फ 17 फीसदी काम ही हो पाया है।