पुलिस ने बताया कि सुनील रात होने पर मकान के आस-पास आया। वहां पर झाडि़यों में छिप कर कमरे की लाइट बंद होने का इंतजार किया। लाइट बंद होने पर झाडि़यों से निकल कर दीवार फांद कर कमरे में गया। वहां पर श्यामसिंह और मजदूर सो रहा था। सुनील ने श्यामसिंह के कपड़ों की तलाशी लेकिन उनमें कुछ नहीं मिला। श्यामसिंह के गले में सोने की चेन देखकर उसका गला काट दिया। शोर मचाने पर पकड़े जाने के डर से भाग गया।
चूड़ी कारखाना में कर रहा था काम पुलिस सीसीटीवी फुटेज और छानबीन के इनपुट से सुनील की तलाश में शिकोहाबाद उसके घर पहुंची लेकिन वह वहां पर नहीं मिला। वह महिला मित्र के पास रह रहा था। महिला मित्र के रुपए मांगने पर ही उसने श्यामसिंह के यहां चोरी की योजना बनाई थी। वह चूड़ी कारखाना में काम कर रहा था। पुलिस को मजदूरों से पूछताछ में सुनील का मोबाइल नंबर मिला था, लेकिन वह सिम किसी दूसरे के नाम पर खरीदा गया था। जयपुर छोड़ते ही उसने मोबाइल भी बंद कर लिया था।
ननिहाल में किए अपराध सुनील अधिकतर अपनी ननिहाल इटावा के जसवंत नगर में रहा है। वहां पर उसके खिलाफ पोक्सो अधिनियम में मुकदमा दर्ज हुआ, फिर गैंगस्टर में जेल गया। ननिहाल में मुकदमा होने पर सुनील वहां से गांव आ गया।