बहुत खराब हुई गुलाबीनगर की हवा
राजस्थान पर्यावरण प्रदूषण नियंत्रण मंडल के आंकड़ों के मुताबिक आज सुबह 10:30 बजे जयपुर की हवा बहुत खराब स्तर तक प्रदूषित हो गई। आज जयपुर की हवा में 2.5 एमएम पार्टिकल्स का स्तर 317 तक पहुंच गया है। कल शाम से ही जयपुर में प्रदूषण का स्तर बढ़ रहा है। सोमवार शाम 8 बजे जयपुर में एक्यूआइ का स्तर 301 था, जो आज सुबह बढ़कर 317 हो गया है। इसका मतलब ये है कि जयपुर में प्रदूषण का स्तर लगातार बढ़ रहा है। एक्यूआइ 317 पहुंचने का मतलब ये है कि अस्थमा पीड़ित लोगों को सांस लेने में तकलीफ हो रही है। हवा जहरीली होने से एलर्जी के कारण सर्दी—जुकाम और सांस लेने में तकलीफ जैसी दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है।
राजस्थान पर्यावरण प्रदूषण नियंत्रण मंडल के आंकड़ों के मुताबिक आज सुबह 10:30 बजे जयपुर की हवा बहुत खराब स्तर तक प्रदूषित हो गई। आज जयपुर की हवा में 2.5 एमएम पार्टिकल्स का स्तर 317 तक पहुंच गया है। कल शाम से ही जयपुर में प्रदूषण का स्तर बढ़ रहा है। सोमवार शाम 8 बजे जयपुर में एक्यूआइ का स्तर 301 था, जो आज सुबह बढ़कर 317 हो गया है। इसका मतलब ये है कि जयपुर में प्रदूषण का स्तर लगातार बढ़ रहा है। एक्यूआइ 317 पहुंचने का मतलब ये है कि अस्थमा पीड़ित लोगों को सांस लेने में तकलीफ हो रही है। हवा जहरीली होने से एलर्जी के कारण सर्दी—जुकाम और सांस लेने में तकलीफ जैसी दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है।
पिछली दीवाली सांस लेना हो गया था मुश्किल
साल 2017 में दीपावली की रात खूब पटाखे फोड़े गए। इसके कारण बड़े शहरों में हवा में इतना जहर घुल गया कि हवा में प्रदूषण का स्तर बहुत खराब स्तर तक पहुंच गया था। जयपुर में एक्यूआइ 300 के पार हो गया था। तो अजमेर में एक्यूआई इंडेक्स 426 तक पहुंच गया। पिछले साल पटाखे फोड़ने पर कोई प्रतिबंध नहीं था, इसलिए वायु प्रदूषण की स्थिति बदतर हो गई थी। इसे देखते हुए इस बार सुप्रीम कोर्ट ने शाम को 8 बजे से रात 10 बजे तक ही पटाखे चलाने की अनुमति दी है।
साल 2017 में दीपावली की रात खूब पटाखे फोड़े गए। इसके कारण बड़े शहरों में हवा में इतना जहर घुल गया कि हवा में प्रदूषण का स्तर बहुत खराब स्तर तक पहुंच गया था। जयपुर में एक्यूआइ 300 के पार हो गया था। तो अजमेर में एक्यूआई इंडेक्स 426 तक पहुंच गया। पिछले साल पटाखे फोड़ने पर कोई प्रतिबंध नहीं था, इसलिए वायु प्रदूषण की स्थिति बदतर हो गई थी। इसे देखते हुए इस बार सुप्रीम कोर्ट ने शाम को 8 बजे से रात 10 बजे तक ही पटाखे चलाने की अनुमति दी है।
ये है एक्यूआई का मतलब
0 से 100 — अच्छा
101 से 200 — ठीकठाक
201 से 300 — खराब
301 से 400 — बहुत खराब
400 से 500 — खतरनाक क्या कहते हैं जानकार — जयपुर में वायु प्रदूषण बढ़ रहा है। किस वजह से इतना प्रदूषण हुआ है, इसका पता लगा रहे हैं। बादलवाही और हवा की धीमी रफ्तार के कारण ऐसा हो सकता है। बादलवाही के कारण वाहनों का धुंआ वायुमंडल में नहीं जा पाता है, इसलिए भी हवा में 2.5 एमएम पार्टिकल्स का स्तर बढ़ सकता है।
बीआर चौहान, लैबोरेट्री इंचार्ज, राजस्थान प्रदूषण नियंत्रण मंडल