रिंग रोड भले ही एनएचएआई के पास चला गया, लेकिन जाते—जाते भी जेडीए की तिजोरी में रोकड़ आएगी। एनएचएआई जेडीए को हर साल बतौर प्रीमियम राशि देगा। हर साल 35 करोड़ देने का करार हुआ है। इस आधार पर 350 करोड़ बनते हैं, लेकिन हर वर्ष 8 प्रश वृद्धि भी होगी। ऐसे में दस वर्ष में जेडीए खाते में करीब 515 करोड़ आ जाएंगे।
रिंग रोड आगरा रोड से अजमेर रोड के बीच होगा। इस दौरान आगरा रोड व अजमेर रोड के अलावा टोंक रोड से भी इस पर चढऩे के लिए स्ट्रक्चर (क्लोअर लीफ डिजाइन की तरह) बनाया जाएगा। यह काम महत्वपूर्ण व तकनीकयुक्त है, एनएचएआई इसके लिए अलग से टेंडर करेगी। गंभीर यह है कि जेडीए ने अभी क्लोअर लीफ स्ट्रक्चर के लिए जमीन ही अवाप्त नहीं की है।