निशांत नाम के व्यक्ति से इस बारे मंे फोन पर बात हुई तो निशांत ने बताया कि पेटीएम के जरिए पेमेंट कर दें और आॅर्डर पहुंच जाएगा। पेमेंट किया तो निशांत ने पीडि़ता को फोन कर बताया कि आपके पास क्यू आर कोड आया होगा उसे स्कैन करो। स्कैन करते ही करीब 18 हजार रुपए साफ हो गए, जबकि शराब सिर्फ छह सौ रुपए की थी। निशांत ने फोन कर कहा कि गलती से ज्यादा पमेंट कट गया।
दूसरा क्यूआर कोड भेजा है उसे स्कैन कर लें और पहला वाला पेमेंट भ्ज्ञी वापस कर दूंगा। दूसरी बार कोड स्कैन किया तो खाते से करीब 35 हजार निकल गए। पीडिता ने निशांत को फोन किया और निशांत ने कहा कि जल्द ही छह सौ रुपए काटकर पेमेंट वापस कर रहा हूं। तीसरा कोड आएगा वह पेमेंट दे देगा। तीसरा कोड आया तो उसे स्कैन करने से पहले जांचा तो पता चला कि इस बार खाते से सत्तर हजार रुपए साफ हो रहे थे। लेकिन पीडिता ने खाता ब्लाॅक कर दिया। अब निशांत ने 55 हजार रुपए लौटाने से इंकार कर दिया। उधर ब्रह्म्पुरी थाना क्षेत्र में भी इसी तरह से ऑनलाइन शाॅपिंग के बहाने करीब 65 हजार रुपए की ऑनलाइन ठगी की घटना सामने आई है। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरु कर दी है।