बाद में जब फर्म ने रुपए नहीं लौटाए तो प्रताप नगर थाने में केस दर्ज कराया गया। जांच कर रही पुलिस ने बताया कि क्षेत्र में रहने वाली सुरुचि कौशिक ने आॅनलाइन एप के जरिए दिल्ली की एक फर्म दिवाली मेड सर्विस के नंबर लिए और वहां पर किसी विनोद कुमार से बातचीत की। विनोद ने खुद को फर्म का मालिक बताया और तय समय पर मेड भेजने की बात कही। इस काम के लिए पहले करीब चार हजार रुपए एडवांस ले लिए।
उसके बाद एक महिला के साथ एक मेड को जयपुर निवासी सुरुचि के यहां भेज दिया। मेड रात को करीब नौ बजे पहुंची और खुद का नाम अंजू कंवन झारखंड निवासी बताया। रात को वह घर में सो गई और सवेरे नाश्ता बनाने के बाद करीब नौ बजे घर खुला छोड़कर भाग गई। उसे तलाश करने पर जब वह नहीं मिली तो सुरुचि ने विनोद को फोन लगाया। विनोद ने जल्द ही दूसरी मेड भेजने की बात कहकर फोन काट दिया। इस बीच 41 हजार रुपए का पेमेंट मेड पहुंचने के ठीक बाद ले लिया गया था।
अब सुरुचि के खाते से रुपए भी चले गए और कुछ घंटे में ही मेड भी भाग गई। प्रताप नगर पुलिस दिल्ली निवासी विनोद से पूछताछ करने के लिए दिल्ली जाने की तैयारी कर रही है।