सिकंदर के साथ रफीक नाम का एक चोर चोरी करता था। दोनों के मध्य कौन एक रात में अधिक वारदात करता है, इस पर प्रतिस्पद्र्धा होती रहती थी। जिसमें सिकंदर जीत जाया करता था, इसलिए सिकंदर का नाम जिवाणु और रफीक का नाम किटाणु पड़ गया था। एक रात में तो जिवाणु ने 13 घरों के ताले तोड़े थे।
मादक पदार्थ भी बेचता जिवाणु का जीवन यापन नकबजनी व चोरी की वारदात थी। शानु और इशाक इसके मुख्य साथी रहे हैं। इसके अलावा वह झालावाड़ से मादक पदार्थ की तस्करी कर जयपुर में परकोटा इलाके मे सप्लाई करता था।