केन्द्र सरकार के सोमवार से धार्मिक स्थल श्रद्धालुओं के लिए खोले जाने की घोषणा के बाद प्रदेश में अधिकांश धार्मिक स्थलों ने अपनी तैयारियां शुरू कर दी थी। इसके लिए मंदिर प्रशासन ने सरकार की गाइड लाइन के अनुसार दर्शनों के समय से लेकर सोशल डिस्टेंसिंग कर पालना कराने तक योजना बना ली थी। कई मंदिरों में तो हर्बल सेनेटाइजर भी बनाना शुरू कर दिया था। लेकिन राज्य सरकार के निर्णय के बाद मंदिर प्रशासन के साथ दर्शनों की आस लगाए बैठे लाखों भक्तों को भी निराशा हाथ लगी। अब भक्तों को दर्शनों के लिए 30 जून तक इंतजार करना पड़ेगा।
समस्या सभी मंदिरों में हो रही है मंदिर सेवगिरों का सेवाफल देना मुश्किल होता जा रहा है। बिजली पानी के बिलों का भुगतान असंभव प्रतीत हो रहा है। भोग सामग्री की समस्या हो रही है। बेरोजगारी भी बढ़ रही है। अभी जिस प्रकार के आसार दिख रहें हैं शायद अगस्त तक मंदिर बंद रहेंगे।
महंत कैलाश शर्मा, मोती डूंगरी गणेश मंदिर
– केन्द्र सरकार ने तो आठ जून से धार्मिक स्थल खोलने आदेश जारी कर दिए है। लेकिन राज्य सरकार ने कोरोना संक्रमित मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए अपनी स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसीजर (एसओपी) जारी किया है, जिसमें प्रदेश के सभी धार्मिक स्थलों को 30 जून तक नहीं खोलने का निर्णय लिया गया है।
विकास सीतारामजी भाले
आयुक्त देवस्थान विभाग राजस्थान