खर्च घटाने के लिए लोग मेहमानों की लिस्ट और मेन्यू में थोड़ी कटौती जरूर कर रहे हैं। मध्यम वर्ग से लेकर एलीट क्लास के लोग भी अपने-अपने बजट के अनुसार डेस्टिनेशन चुन रहे है और शादी को भव्य बनाने के लिए इवेंट मैनेजमेंट का सहारा ले रहे हैं। इसके बाद खान-पान, सोशल मीडिया, पहनावे, संगीत पर सबसे ज्यादा खर्चा किया जा रहा है। देवउठनी एकादशी से शुरू हो रहे सीजन में शादी के कुल 59 मुहुर्त है।
न्यूनतम दरें बढ़ीं, गार्डन होटल 10 फीसदी महंगे
इंदौर में शादी प्रबंधन के विशेषज्ञों के मुताबिक, इस बार के सीजन में गार्डन-होटल की रेट में 10 फीसदी बढ़ोतरी हुई है, वहीं बैंड बाजा और घोड़ी का न्यूनतम खर्चा बढ़ा दिया गया है। पहले बैंड 5000 से 51000 तक मिलते थे, लेकिन अब शुरुआत 11000 से हो रही है। घोड़ी का न्यूनतम किराया भी 2100 से बढ़ा कर 3100 रुपए हो गया हैपारंपरिक के साथ मल्टी कुजिन का दौर
पहले घर के वरिष्ठजन पारंपरिक व्यंजनों का मैन्यू तय करते थे। अब युवाओं और महिलाओं की पसंद सर्वोपरि हो गई है। पारंपरिक भोजना के साथ ही मल्टी कुजिन मैन्यू में चाट, जैपनीज, कुरियन, ओरिएंटल, इटालियन, मैक्सिकन, चाइनीज, टर्किश डिशेज पसंद की जा रही हैं।दो हजार रुपए तक पहुंची खाने की प्लेट
सामान्य शादी में 500 से 900 रुपए प्रति प्लेट का भोजन अब 1200 से 1700 रुपए और उससे भी ज्यादा तक पहुंच गया है। खर्च कम करने के लिए 1500 से 2000 के बजाय 800-1000 मेहमानों को ही आमंत्रित किया जा रहा है। – अजय जैन, संरक्षक, मप्र कैटरिंग कमेटीयों बढ़ रहा बजट
– 90 के दशक: 2-2.50-2000 तक 3-5
-2010 तक 10-15
-2015 तक 25-30
-2022 के बाद 50-100 (सभी आंकड़े लाख रुपए में)
इस तरह कर रहे खर्च
– मैरिज गार्डन व रिसोर्ट की बुकिंग: 5-10 – फोटो और वीडियो शूट: 02 – खाने पर खर्च (500 मेहमानों पर): 6-10 – इवेंट मैनेजमेंट पर: 5-8 – परिवार का बेस्ड पहनावा: 05 (सभी आंकड़े लाख रुपए में)
पसंद आ रही डेस्टिनेशन मैरिज
– 3-5 करोड़ तक की शादियां हो रही राजस्थान में, 40 बड़े वेडिंग डिस्टिनेशन-15 लाख रुपए फोटो, वीडियो और सोशल मीडिया रील्स-शॉर्ट मूवी
-50 लाख रुपए इवेंट मैनेंजमेंट 15 लाख रुपए बैंड 20 लाख रुपए बॉलीवुड और पंजाबी सिंगर बुलाने में (स्रोत: सीएआइटी)