शहर में श्री रामजन्मोत्सव का मुख्य आयोजन ठिकाना मंदिर श्रीरामचंद्रजी, चांदपोल बाजार में हो रहा है। महंत राधेश्याम तिवाड़ी के सान्निध्य में सुबह पूजन के साथ ठाकुरजी का 101 किलो दूध से पंचामृत अभिषेक हुआ। जन्माभिषेक के दौरान शंख, घंटा-घडिय़ाल की ध्वनि के बीच भए प्रगट कृपाला दीनदयाला… के स्वर गूंज उठे। अभिषेक के बाद रजवाड़ी जरदोजी की पोशाक व मोती माणक के आभूषण से श्री रामलला का शृंगार किया गया। दोपहर 2.30 बजे जन्म आरती दर्शन होंगे। इस अवसर पर 101 हवाई तोपों की सलामी दी जाएगी। 51 किलो के विशेष केक का भोग लगेगा। इस दौरान बधाई गान हुआ। शाम 7 बजे भक्त 1100 दीपकों से श्रीरामलला की महाआरती करेंगे।
गलता पीठ के पीठाधीश्वर अवधेशाचार्य के सान्निध्य में गलता तीर्थ में रामजन्मोत्सव हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। पीठ के प्रवक्ता युवाचार्य राघवेन्द्र स्वामी ने बताया कि सुबह परंपरागत रूप से प्राचीन रामलला के चतुर्भुज विग्रह की शोभायात्रा निकाली गई। सीतारामजी के मंदिर प्रांगण में 10 बजे हवन किया गया। 11.30 बजे भगवान का पंचामृत, सर्व औषधी एवं फलों के रसों से अभिषेक किया गया। इसके बाद भगवान का मनमोहक शृंगार कर सामूहिक आरती की गई और बधाई गान हुए। स्वामी अवधेशाचार्य ने भक्तों को रक्षासूत्र बांधा।
दो साल बाद नगर भ्रमण पर निकलेंगे भगवान राम
राम कृष्ण जयंती महोत्सव समिति की ओर से कोरोना के कारण दो साल बाद सूरजपोल अनाज मंडी से शोभायात्रा निकाली जाएगी। समिति के उपाध्यक्ष अलबेली माधुरी शरण ने बताया कि संत महंतों की मौजूदगी में शाम चार बजे यात्रा पूरे लवाजमे के साथ रवाना होगी। करीब 35 झांकियों के साथ यात्रा रात साढ़े दस बजे चांदपोल बाजार स्थित रामचंद्र जी के मंदिर पहुंचेगी। प्रवक्ता प्रवीण बड़े भैया ने बताया मुख्य रथ में रंगमहल और रामचरित मानस की विद्युत झांकी आकर्षण का केंद्र रहेेगी। इसमें राम-लक्ष्मण, भरत-शत्रुघ्न के स्वरूप शाही बग्गी में विराजमान रहेंगे। वहीं मार्ग में समिति की ओर से निर्धारित स्थानों पर जनप्रतिनिधि, व्यापारी एवं विशिष्टजन श्रीराम की आरती कर शोभायात्रा का स्वागत करेंगे। दूसरी शोभायात्रा श्री रामदूत सेवा संगठन के तत्वावधान मे विद्याधर नगर स्थित ज्वाला माता के मंदिर से दोपहर 2 बजे रवाना होकर शाम 7.30 बजे मंदिर पहुंचेगी। इसके बाद महंत परिवार की ओर से प्रतिमाओं की आरती उतारी जाएगी।