बिरला यहां अन्तरराष्ट्रीय वैश्य फेडरेशन राजस्थान की ओर से अजमेर रोड पर आयोजित अन्तरराष्ट्रीय वैश्य महासम्मेलन ‘विकसित भारत विजन 2027 – वैश्य समाज की भूमिका’ कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि वे कई देशों की यात्रा कर चुके हैं। वहां समाज के लोग और भारतीय युवा काम करते मिले। जापान में तो युवाओं की कमी के कारण हमारे देश के नौजवान सेवाएं दे रहे हैं। ऐसे में लगता है कि आबादी अभिशाप नहीं, वरदान है।
आगे उन्होंने कहा कि वो दिन दूर नहीं जब भारत का युवा विदेशों में प्रतिनिधित्व करेगा। टेक्नोलॉजी में हम आगे बढ़ रहे हैं, इससे लगता है कि दुनिया में भारत का नौजवान आगे होगा। दुनिया के लोग यहां आएं, इसके लिए हमें टेक्नोलॉजी अपडेट करनी होगी। व्यापार-उद्योग के दृष्टिकोण को बदलना होगा। दुनिया में सामाजिक बदलाव हो रहा है, जबकि भारत में आर्थिक बदलाव हो रहा है। बिरला ने कहा कि कभी दुनिया भारत को बाजार समझती थी, लेकिन अब वह समय आएगा जब पूरी दुनिया भारत के लिए बाजार होगी। इस पर हमें काम करना चाहिए।