अब तक की स्थिति
हाल ही राजस्थान पत्रिका ने द्रव्यवती नदी की बदहाली को लेकर अभियान चलाया था। इसमें उद्गम स्थल से लेकर ढूंढ नदी तक का हाल बयां किया था। कई जगह ऐसी मिलीं, जहां पानी ही नहीं था। नदी की दीवारों के पत्थर तक चोरी हो गए थे।
- पिछली भाजपा सरकार में इस प्रोजेक्ट को तैयार किया गया था। 1676 करोड़ रुपए इस प्रोजेक्ट पर जेडीए ने खर्च किए हैं।
-17 किलोमीटर के हिस्से का दो अक्टूबर, 2018 को पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने किया था उद्घाटन। - कांग्रेस की सरकार आने के बाद 2018 से 2023 तक नदी के विकास कार्य नहीं हो पाए पूरे।
हाल ही राजस्थान पत्रिका ने द्रव्यवती नदी की बदहाली को लेकर अभियान चलाया था। इसमें उद्गम स्थल से लेकर ढूंढ नदी तक का हाल बयां किया था। कई जगह ऐसी मिलीं, जहां पानी ही नहीं था। नदी की दीवारों के पत्थर तक चोरी हो गए थे।
पक्के मकान के लिए मिलेंगे एक लाख
आश्रय योजना के तहत अधिसूचित कच्ची बस्तियों में रह रहे लोगों को राज्य सरकार ने राहत दी है। जिन लोगों के पास पक्के आवास नहीं हैं। ऐसे वंचित परिवारों को एक लाख रुपए की आर्थिक सहायता दी जाएगी। राजधानी में कई परिवारों को इस योजना का फायदा मिलेगा।
आश्रय योजना के तहत अधिसूचित कच्ची बस्तियों में रह रहे लोगों को राज्य सरकार ने राहत दी है। जिन लोगों के पास पक्के आवास नहीं हैं। ऐसे वंचित परिवारों को एक लाख रुपए की आर्थिक सहायता दी जाएगी। राजधानी में कई परिवारों को इस योजना का फायदा मिलेगा।
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जयपुर में अभी सार्वजनिक परिवहन सिस्टम वेंटिलेटर पर है। एक हजार ई-बसों के आने से जयपुर को खासी संख्या में बसें मिलने की उम्मीद है। नई बसों के आने से सार्वजनिक परिवहन व्यवस्था पटरी पर आएगी।
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सार्वजनिक परिवहन को मिलेगी मजबूतीजयपुर में अभी सार्वजनिक परिवहन सिस्टम वेंटिलेटर पर है। एक हजार ई-बसों के आने से जयपुर को खासी संख्या में बसें मिलने की उम्मीद है। नई बसों के आने से सार्वजनिक परिवहन व्यवस्था पटरी पर आएगी।
एम्स की तर्ज पर विकसित होगा आरयूएचएस
सुपर स्पेशलिटी चिकित्सा को विकसित करने के लिए आरयूएचएस में एम्स, दिल्ली की तर्ज पर राजस्थान इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस की स्थापना की जाएगी। इस पर अलग-अलग चरण में 750 करोड़ रुपए सरकार खर्च करेगी। इस यूनिट की स्थापना होने से जयपुर सहित प्रदेश भर के मरीजों को राहत मिलेगी।
सुपर स्पेशलिटी चिकित्सा को विकसित करने के लिए आरयूएचएस में एम्स, दिल्ली की तर्ज पर राजस्थान इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस की स्थापना की जाएगी। इस पर अलग-अलग चरण में 750 करोड़ रुपए सरकार खर्च करेगी। इस यूनिट की स्थापना होने से जयपुर सहित प्रदेश भर के मरीजों को राहत मिलेगी।
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जयपुर को ये सौगात भी-सांगानेर में 20 करोड़ रुपए से सड़कों के काम होंगे। -बीसलपुर पेयजल योजना में अजमेर (फेज-तीन)और जयपुर (फेज-द्वितीय) के लिए कॉमन इंटेक वेल मय ट्रांसमिशन लाइन का निर्माण होगा। 265.25 करोड़ रुपए खर्च होंगे।
-उद्यमियों के लिए पेड सैम्पलिंग के वास्ते जयपुर में लैब स्थापित की जाएगी। -बनीपार्क और कालवाड़ में सरकारी कॉलेज की स्थापना होगी। -जमवारामगढ़, जयपुर में ट्रोमा सेंटर बनेगा। -राजस्थान स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय में आयुष विंग की स्थापना होगी।
-सामोद स्थित वीर हनुमान मंदिर में विकास कार्य होंगे। -जमवारामगढ़ स्थित धूलारावजी की बावड़ी और बोरा की बावड़ी का जीर्णोद्धार होगा। -राजधानी में राजस्थान राज्य प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड का क्षेत्रीय कार्यालय शुरू होगा।
-अजमेर-जयपुर स्थित राजस्व मंडल और कर बोर्ड का एकीकरण किया जाएगा। -जयपुर में नवनिर्मित विधायक आवासों पर रूफटॉप सोलर प्लांट लगाए जाएंगे।