राजधानी में अवैध मीट दुकानों को लेकर पत्रिका ने 10 दिसंबर को ‘निगम ने दिए सिर्फ 315 लाइसेंस, अब दुकानों को सीज करने की तैयारी’ शीर्षक से समाचार प्रकाशित कर इस मामले को उठाया गया। इसमें शहर में सिर्फ 315 ही दुकानों के लाइसेंस देने की सच्चाई का खुलासा किया गया। इसमें हैरिटेज नगर निगम ने 115 मीट दुकानों के लाइसेंस और ग्रेटर निगम ने करीब 200 दुकानों के ही मीट लाइसेंस देने की खुलासा किया गया। इसके बाद ग्रेटर नगर निगम और हैरिटेज नगर निगम ने शहर में अवैध मीट दुकानों पर कार्रवाई शुरू की, वहीं सर्वे कार्य जारी है।
हैरिटेज में 10 दुकानों के चालान
हैरिटेज नगर निगम ने भी शहर में मीट की अवैध दुकानों पर कार्रवाई शुरू कर दी है। अवैध दुकानों को चिह्नित करने के साथ भट्टा बस्ती क्षेत्र में मीट दुकानों पर कार्रवाई की। इस दौरान करीब 50 दुकानें चैक की गई, इस दौरान कुछ दुकानदार मौके से भाग छूटे, इस बीच 10 दुकानों के चालान किए और उन्हें लाइसेंस लेने का 7 दिन का समय दिया गया।
ग्रेटर निगम में 20 दुकानों पर कार्रवाई
निगम पशु प्रबंधन शाखा की चिकित्सक डॉ. नेहा गौड़ ने बताया कि ग्रेटर निगम क्षेत्र में मीट की अवैध दुकानों को चिह्नित कर रहे है, इसके लिए सर्वे चल रहा है। वहीं पिछले तीन दिन में करीब 20 अवैध दुकानों पर कार्रवाई की गई, इसमें अवैध रूप से स्लॉटरिंग करने पर 5 दुकानों को सीज किया गया, जबकि 15 दुकानों से करीब 40 किलो मीट जब्त किया गया। यह कार्रवाई सांगानेर, डिग्गी मालपुर रोड व मानसरोवर थड़ी मार्केट पर की गई है। निगम क्षेत्र में सभी जोन में टीम लगा रखी है, जो अवैध मीट दुकानों पर सर्वे कर रही है।
अवैध मीट दुकानों को चिह्नित करने का काम शुरू, दिए सिर्फ 315 लाइसेंस, अब सीज करने की तैयारी
35 लोगों ने लाइसेंस के लिए किया आवेदन
चिकित्सक डॉ. नेहा गौड़ ने बताया कि दो दिन में करीब 35 लोगों ने मीट दुकानों के लाइसेंस लेने के लिए आवेदन किया है, इनमें कुछ नवीनीकरण के है तो कुछ नए दुकानदार भी है। अब तक 285 लाइसेंस नवीनीकरण कर दिए गए है। जबकि 400 दुकानें ग्रेटर निगम क्षेत्र में है।