नगर निगम ने बुधवार को दुकानों के बाहर बरामदों में रखे सामान पर त्रिपोलिया बाजार स्थित रंगाई—छपाई की दुकानों पर कार्रवाई की है। निगम ने तीन दुकानों को सात दिन के लिए सीज किया है। निगम की अतिक्रमण के खिलाफ पहली बड़ी कार्रवाई मानी जा रही है। वहीं सीज की गई एक दुकान में दो आदमियों के होने की भी जानकारी आ रही है। जिसके चलते व्यापारियों ने कार्रवाई का विरोध शुरू कर दिया है।
व्यापारियों का कहना है कि निगम ने दुकानें सीज करते समय कर्मचारियों को बाहर नहीं निकलने दिया है। त्रिपोलिया बाजार स्थित हाजी रंगाई ड्राईक्लीनर्स की दुकान के अंदर दो आदमी होना बताया जा रहा है। व्यापारियों ने निगम की कार्रवाई के विरोध में बाजार बंद कर दिया है। व्यापारियों का कहना है कि वे अतिक्रमण नहीं करना चाहते, लेकिन सड़कों पर ठेल और बरामदों में बैठने वाले फुटकर दुकानदारों से ग्राहकी प्रभावित होती है। उनके खिलाफ नगर निगम कभी कार्रवाई नहीं करता है।
मंत्री ने किया था दौरा
गौरतलब है कि स्वायत्त शासन मंत्री शांति धारीवाल ( Shanit Dhariwal ) ने गुरुवार को सांगानेरी गेट पहुंच बरामदों का निरीक्षण किया था। करीब तीन किमी के दौरे में धारीवाल ने व्यापारियों से अभियान में सहयोग करने के लिए कहा। उन्होंने अपने दौरे में 10 से 12 बार व्यापारियों से कहा था कि यदि अब सामान दुकानों के बाहर बरामदों में रखा तो पहली बार दुकान सात दिन और दूसरी बार महीने भर के लिए सीज कर दी जाएगी।
गौरतलब है कि स्वायत्त शासन मंत्री शांति धारीवाल ( Shanit Dhariwal ) ने गुरुवार को सांगानेरी गेट पहुंच बरामदों का निरीक्षण किया था। करीब तीन किमी के दौरे में धारीवाल ने व्यापारियों से अभियान में सहयोग करने के लिए कहा। उन्होंने अपने दौरे में 10 से 12 बार व्यापारियों से कहा था कि यदि अब सामान दुकानों के बाहर बरामदों में रखा तो पहली बार दुकान सात दिन और दूसरी बार महीने भर के लिए सीज कर दी जाएगी।