मंदिर महंत कैलाश शर्मा ने बताया कि गजानन के दर्शनों के लिए दिनभर में हजारों की संख्या में भक्त पहुंचे। गणेशजी महाराज के दर्शनों के लिए भक्त सुबह 5 बजे से ही आना शुरू हुआ, जो दिनभर चलता रहा। मंदिर में पांच लाइनों से भक्तों को प्रवेश दिया गया, वहीं निकलने के लिए सात लाइनें बनाई गई है। प्रसाद चढ़ाने पर पाबंदी रहने से भक्त आते रहे और दर्शन कर जाते रहे। सभी लाइनों में फाइबर लगा रखा है। भक्तों ने कोरोना गाइडलाइन की पालना के साथ दर्शन किए। इस दौरान मंदिर परिसर गणेशजी महाराज के जयकारों से गूंज उठा।
250 नए वाहन आए
मंदिर में पूजन के लिए दिनभर में करीब 250 नए वाहन आए। इनमें करीब 100 चौपहिया वाहन आए, वहीं 150 दोपहिया वाहन पूजन के लिए आए। फूल बंगले में विराजे गजानन
मंदिर में पूजन के लिए दिनभर में करीब 250 नए वाहन आए। इनमें करीब 100 चौपहिया वाहन आए, वहीं 150 दोपहिया वाहन पूजन के लिए आए। फूल बंगले में विराजे गजानन
चांदपोल गेट बाहर स्थित परकोटा गणेश मंदिर में बुधवार को सुबह गणेशजी महाराज का वेदमंत्रोच्चार के साथ पंचामृत अभिषेक कर नवीन पोशाक धारण कराई गई। प्रथम पूज्य को फूल बंगले में विराजित कर खीर-मालपुए का भोग लगाया गया। भक्तों ने गीता और गणपति स्त्रोत के पाठ किए। इस मौके पर रक्तदान शिविर लगाया गया। मंदिर प्रवक्ता अमित शर्मा ने बताया कि श्रीश्याम महोत्सव सेवा समिति व क्रांति फांउंडेशन के संयुक्त तत्वावधान में रक्तदान शिविर आयोजित किया गया। युवाओं ने रक्तदान कर दिवंगत महंत कैलाश शर्मा को श्रद्धांजलि अर्पित की।