पहली बार 2010 में फेज-2 के लिए डीपीआर बनाई गई। उसमें कलक्ट्रेट और एयरपोर्ट को शामिल नहीं किया गया। 2014 में इसका विस्तार किया गया और कलक्ट्रेट और एयरपोर्ट को भी शामिल किया गया। बाद में इसे सीतापुरा से वीकेआई तक बढ़ाने पर भी चर्चा हुई थी।
24 जुलाई को विस सत्र के दौरान यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल ने कहा था कि भारत सरकार के सहयोग से ही यह काम होगा। सरकार ने सहयोग नहीं किया, तो इसमें रोड़ा अटकेगा। भारत सरकार ने अभी तक वादा कर रखा है कि हम इसमें बराबर आपको मदद करेंगे। इस फेज में टोंक रोड का शहरी इलाका मेट्रो से कवर करने की कोशिश रहेगी। यह मार्ग शहर के व्यस्त मार्गों में से एक है। जयपुर मेट्रो की ओर से कराए गए कॉम्प्रहेंसिव मोबेलिटी स्टडी की रिपोर्ट में टोंक रोड पर प्रतिदिन 4.53 लाख यात्री भार बताया गया था।
-राहुल, डीजीएम, जेएमआरसी