आग लगने का कारण शॉर्ट सर्किट बताया जा रहा है। वहीं आग लगने के समय दफ्तर में गार्ड भी मौजूद था, लेकिन वो आगे की तरफ था। आग लगने के बाद जब धुआं निकली तो पीछे स्थित होटल के गार्ड ने पुलिस को सूचित किया। इसके बाद फायर स्टेशन पर फोन कर आग लगने की सूचना दी गई।
सूचना पर बनीपार्क थाने का जाप्ता और फायर ब्रिगेड के कर्मचारी दमकल की गाड़ियों के साथ घटनास्थल पर पहुंचे। इस दौरान कलेक्ट्रेट की सिविल डिफेंस की टीम भी मौके पर आ गई। इसके बाद दमकल की पांच गाड़ियों और सिविल डिफेंस के वालंटियर ने करीब तीन घंटे में कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया।
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बता दें कि इस सब रजिस्ट्री दफ्तर में प्रतिदिन सैकड़ों रजिस्ट्री होती है। आग में कई महत्वपूर्ण दस्तावेज जलकर राख हो गए। हालांकि आग में कोई जनहानि नहीं हुई है। दफ्तर के एक भाग में इसे मॉडल रूप देने के लिए काम चल रहा था और दूसरी ओर महत्वपूर्ण दस्तावेज रखे हुए थे। यही महत्वपूर्ण दस्तावेज जलकर राख हो गए।
वहीं, दमकलकर्मी राजेंद्र प्रसाद ने बताया कि कलेक्ट्रेट कंट्रोल रूम से उनके पास आग लगने की सूचना आई थी। सुबह 5 बजकर 7 मिनट पर उन्हें सूचना मिली थी और इसके बाद 4 से 5 दमकल की गाड़ियों को मौके पर रवाना कर दिया गया।