पुलिस उपायुक्त पश्चिम ऋचा तोमर ने बताया कि जिले में सूने व बंद मकानों में नकबजनी के कई मामले आ रहे थे। इस पर पुलिस टीम ने क्षेत्र में निगरानी शुरू की तो भांकरोटा क्षेत्र में संदिग्ध व्यक्ति मिला। जिससे पूछताछ करने पर उसकी पहचान शातिर बदमाश अब्दुल खां के तौर पर हुई। गिरफ्तार आरोपी ने पुलिस पूछताछ में बताया कि बाहरी इलाकों में सूने और सुनसान इलाके होते हैं जहां छिपने की और फरारी में आसानी रहती है।
आधे घंटे में वारदात अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त पश्चिम रामसिंह शेखावत ने बताया कि नकबजनी के लिए अब्दुल शाम को करीबन पांच बजे चांदपोल से दो सौ फीट बाइपास तक पहुंच जाता था। वहां पर शराब पीकर खाना खाता और उसके बाद सुनसान इलाके में चला जाता था। वहां सुनसान में खड़ी कबाड़ गाड़ी में नकब, टॉर्च, रॉड छुपा देता था। उसके बाद जिस मकान में नकबजनी करनी होती उसकी रैकी करता था। नकबजनी के लिए ऐसे मकान को चुनता था जिसके बाहर ताला लगा रहता था। रात को करीबन एक बजे टारगेट वाले मकान में पहुंच जाता था वहां पर ताला तोड़कर अंदर जाता और करीब आधे घंटे में वारदात अंजाम देकर फरार हो जाता था।
केवल गहने और नकदी चोरीपुलिस ने बताया कि अब्दुल वारदात के दौरान सोने-चांदी के जेवरात और नकदी ही चुराता था। साथ ही पुलिस से बचने के लिए सीसीटीवी से बचते हुए आने जाने का रास्ता चुनता था।
यहां की वारदात अब्दुल ने वैशाली नगर, करणीविहार और भांकरोटा में छह-छह वारदात, श्यामनगर में सात, झोटवाडा में चार, करधनी, मुहाना और सांगानेर में एक-एक वारदात करना कबूल किया है।