मुख्य नियंत्रक प्रवर्तन रघुवीर सैनी ने बताया कि प्रवर्तन दस्ते की ओर से जोन पीआरएन (नॉर्थ) में मुख्य कालवाड़ रोड पर गोकुलपुरा में स्थित जेडीए स्वामित्व की कुल 206 बीघा में से मुख्य कालवाड़ सड़क के किनारे पर करीब 40 बीघा बेशकीमती भूमि पर अतिक्रमण कर 40 स्थानो पर अवैध रूप से बजरी की ढेरियां तथा 10 स्थानों पर ईटो के ढेर लगाकर सरकारी भूमि पर ईट-बजरी मंडी का संचालन किया जा रहा था। जहां पर आए दिन असामाजिक तत्वों का जमावड़ा लगा रहता था, जिससे आसपास के लोग परेशान थे। इस पर प्रवर्तन प्रकोष्ठ की ओर से 50 स्थानों पर अवैध रूप से सरकारी भूमि पर बेचान किए जा रहे बजरी एवं ईट विक्रेताओं की बेचान सामग्री को जेसीबी मशीन व मजदूरों और स्थानीय पुलिस थाना, करधनी के जाप्ते की मौजूदगी के बीच हटवाया गया। इससे पहले यहां मुनादी करवाई गई। इस पर कुछ लोगों ने अपने सामान हटा लिए, जिन्होंने नहीं हटाया, उन्हें दस्ते ने हटाकर 40 बीघा जेडीए स्वामित्व की बेशकीमती भूमि को अतिक्रमण मुक्त करवाया गया।
सैनी ने बताया कि जोन 14 में ग्राम वाटिका के पास कुम्हारियावास रोड पर करीब 08 बीघा निजी खातेदारी भूमि पर नवीन अवैध कॉलोनी बसाने के लिए बिना जेडीए की अनुमति एवं स्वीकृति के बनायी गई ग्रेवल सड़के व अन्य अवैध निर्माण को जेसीबी मशीन व मजदूरों की सहायता से ध्वस्त कर अवैध नवीन कॉलोनी बसाने के प्रयास को विफल किया गया। वाटिका में खारणियों की ढाणी के पास करीब 5 बीघा निजी खातेदारी भूमि पर नवीन अवैध कॉलोनी बसाने के के लिए मिट्टी की सड़क बनाकर डीमारकेशन, पत्थरगढी व अन्य अवैध निर्माण कर लिए गए, जिन्हें जेसीबी मशीन व मजदूरों की सहायता से ध्वस्त कर अवैध नवीन कॉलोनी बसाने के प्रयासों को विफल किया गया।